वाशिंगटन। भारत केंद्रित अमेरिका की व्यापार संस्था अलायंस फॉर फेयर ट्रेड विद इंडिया (एएफटीआई) ने कहा कि सिर्फ ठोस रिफॉर्म ही मेक इन इंडिया को सफल बना सकता है। इससे मेक इन इंडिया को बल मिलेगा और बड़े प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित होंगे।
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अलायंस फॉर फेयर ट्रेड विद इंडिया (एएफटीआई) ने एक बयान में कहा सिर्फ मौलिक सुधार ही मोदी सरकार की मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने की कोशिश को मजबूती देंगे, बड़े विदेशी निवेश आकर्षिक करेंगे और आर्थिक मूल्य श्रृंखला बढ़ाएंगे। एएफटीआई ने अपने बयान में पिछले सप्ताह की भारत-अमेरिका व्यापार नीति मंच की बैठक पर निराशा भी जाहिर की। व्यापार नीति मंच और पिछले महीने हुई रणनीतिक एवं वाणिज्यिक वार्ता लंबे समय से अटकी चिंताओं के समाधान का महत्वपूर्ण जरिया हो सकता है। एएफटीआई ने कहा अब तक इन वार्ताओं में बातें ज्यादा काम कम हुए हैं। पिछले सप्ताह हुई व्यापार नीति मंच की बैठक भी दुर्भाग्य से अपवाद नहीं था। बयान में कहा गया कि एएफटीआई इस मौके को गंवाए जाने से निराश है हालांकि भारत ने सबसे ज्यादा अपने-आपको को चोट पहुंचाई।
इससे पहले 24 अक्टूबर को एएफटीआई ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार दुनिया के विभिन्न देशों के साथ व्यापारिक संबंध को मजबूत बनाने पर जहां काफी ध्यान दे रही है, वहीं अभी भी कई नीतियां ऐसी हैं जो कि भारत में काम कर रहे अमेरिकी विनिर्माताओं और व्यावसायिक कंपनियों के साथ भेदभाव करती हैं, जिसमें सुधार किया जाना जरूरी है।