हैदराबाद। देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एल वी प्रसाद नेत्र संस्थान को ऑप्थालमिक उपकरण और सर्जरी उपकरण के लिए 1.15 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं। SBI की चेयरमैन अरंधति भट्टाचार्य ने कहा कि बैंक हर साल अपने शुद्ध लाभ का एक फीसदी कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पर खर्च करता है।
एक सवाल पर भट्टाचार्य ने कहा कि बैंक संसद के कानून के तहत कामकाज कर रहा है और उसे सीएसआर पर दो फीसदी राशि खर्च करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि बैंक ने हाल में एसबीआई डिजिटल गांव पहल शुरू की है जिसका मकसद ग्रामीण इलाकों में एटीएम, मुफ्त वाईफाई और ग्रामीणों के लिए प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण सत्र के जरिए डिजिटल बैंकिंग को लोकप्रिय बनाना है। बैंक ने बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2015-16 में एसबीआई ने सीएसआर गतिविधियों पर 143.92 करोड़ रुपए खर्च किए।
सिंडिकेट बैंक का पहली तिमाही मुनाफा 79 करोड़ रुपए
सार्वजनिक क्षेत्र के सिंडिकेट बैंक ने 30 जून, 2016 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 79.13 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक ने 301.98 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। कुछ राशि को बट्टे खाते में डालने की वजह से इन नतीजों की तुलना पिछले साल की समान अवधि के नतीजों से नहीं की जा सकती।
बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसकी तीन शाखाओं के लेनदेन की जांच लंबित है जिसकी वजह से तिमाही के दौरान कोई अतिरिक्त प्रावधान नहीं किया गया। तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 6,419.12 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6,323.42 करोड़ रुपए रही थी। जून तिमाही में बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां कुल ऋण का 7.53 फीसदी रहीं। एक साल पहले यह 3.72 फीसदी थीं। शुद्ध एनपीए 5.04 फीसदी रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2.36 फीसदी था।
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