नई दिल्ली। शेयर बाजार एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए सप्ताह में मंगलवार को होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजे, फॉरेन फंड्स के निवेश के रुख और तिमाही नतीजों की घोषणा शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे। वहीं भेल 31 मार्च को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए गुरुवार को अपने नतीजों की घोषणा करेगी। इसका असर बाजार की चाल पर पड़ेगा।
ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, सप्ताह के दौरान ब्याज दर में कटौती और कंपनियों के नतीजे कारोबारी धारणा को निर्धारित करेंगे। निवेशकों के लिए अगली बड़ी घटना रिजर्व बैंक की नीतिगत समीक्षा बैठक होगी। रिजर्व बैंक मंगलवार को वर्ष 2016-17 के लिए पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति घोषणा करेगा। उन्होंने कहा, संभवत: आगामी मौद्रिक नीति शेयर बाजार की आगे की दिशा को निरुपित करने के लिहाज से मुख्य उत्प्रेरक तत्व साबित होगी। उन्होंने कहा कि ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के अलावा निवेशकों की उम्मीदें मार्च, 2016 तिमाही के कंपनियों के नतीजों पर भी टिकी हैं। भेल द्वारा 31 मार्च को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए गुरुवार को अपने नतीजों की घोषणा करेगी।
कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के संस्थापक एवं सीईओ रोहित गाडिया ने कहा, बाजार के लिए सबसे अहम रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा का नतीजा होगा। इस बैठक के नतीजे, वैश्विक बाजारों का रख, विदेशी निवेशकों द्वारा किया जाने वाला निवेश, कच्चे तेल कीमतों का उतार चढ़ाव निकट भविष्य में बाजार को दिशा प्रदान करेंगे। इसके अलावा सेवा और विनिर्माण क्षेत्र के लिए परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स :पीएमआई: आंकड़े इस सप्ताह घोषित होंगे जिसका कारोबार पर असर दिखाई देगा। इस बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 67.92 अंक की मामूली गिरावट के साथ 25,269.64 अंक पर और एनएसई निफ्टी 3.45 अंक की बेहद मामूली गिरावट दर्शाता बंद हुआ।