Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. शेयर बाजार ने रेलिगेयर इंटरप्राइजेज के सिंह बंधुओं को प्रवर्तकों के समूह की सूची से बाहर किया

शेयर बाजार ने रेलिगेयर इंटरप्राइजेज के सिंह बंधुओं को प्रवर्तकों के समूह की सूची से बाहर किया

रेलिगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) ने शनिवार को कहा कि शेयर बाजार ने मलविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह को प्रवर्तकों और प्रवर्तकों के समूह की सूची से बाहर कर दिया है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: June 13, 2021 9:28 IST
शेयर बाजार ने रेलिगेयर इंटरप्राइजेज के सिंह बंधुओं को प्रवर्तकों के समूह की सूची से बाहर किया- India TV Paisa
Photo:FILE

शेयर बाजार ने रेलिगेयर इंटरप्राइजेज के सिंह बंधुओं को प्रवर्तकों के समूह की सूची से बाहर किया

नयी दिल्ली: रेलिगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) ने शनिवार को कहा कि शेयर बाजार ने मलविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह को प्रवर्तकों और प्रवर्तकों के समूह की सूची से बाहर कर दिया है। यह कार्रवाई कंपनी के अनुरोध के बाद की गई है। रेलिगेयर इंटरप्राइजेज की सहायक कंपनी रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड पूर्व प्रवर्तकों शिविंदर सिंह और उनके भाई मलविंदर सिंह द्वारा धन के कथित दुरुपयोग के कारण वित्तीय संकट में हैं। लगभग 4,000 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ी के मामले की कई एजेंसियां जांच ​​कर रही हैं। 

कंपनी ने कहा कि सार्वजनिक शेयरधारकों के रूप में पूर्व प्रमोटरों के पुनर्वर्गीकरण के लिए आवेदन को मंजूरी दे दी गई है। दोनों भाईयों के अलावा जपना मालविंदर सिंह, अदिति शिविंदर सिंह, अभिषेक सिंह, आरएचसी फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड, आरएचसी होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड और पीएस ट्रस्ट के नाम सार्वजनिक शेयरधारकों के रूप में पुनर्वर्गीकृत कर दिए गए हैं। इन सभी संस्थाओं के पास कुल मिलाकर 7,66,754 शेयर या कुल हिस्सेदारी का 0.3 प्रतिशत है। 

आरईएल की अध्यक्ष रश्मि सलूजा ने कहा, ‘‘कंपनी के पास पहले से ही शेयरधारकों और संस्थागत निवेशकों के विविध समूह हैं। पिछले कुछ वर्षों से कंपनी का संचालन ज्यादातर पेशेवर बोर्ड और प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान वर्गीकरण ने कंपनी और उसके कॉर्पोरेट प्रशासन मानकों के उच्चतम स्तर के साथ न्याय किया है।’’ इससे पहले इस हफ्ते की शुरुआत में, कंपनी को निवेशकों के एक समूह को शेयर जारी करके 570 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बोर्ड की मंजूरी मिली थी। 

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement