नई दिल्ली। बीएसई सेंसेक्स में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लग गया। सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 38,125.81 तक गिर गया था। यह अंत में 37.38 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की हल्की गिरावट के साथ 38,369.63 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 14.10 अंक यानी 0.12 प्रतिशत टूटकर 11,308.40 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान कोटक बैंक को हुआ। इसमें 2.10 प्रतिशत की गिरावट आयी। इसके अलावा, जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, एल एंड टी, बजाज फाइनेंस, एचयूएल और टाइटन शामिल हैं। दूसरी तरफ एचसीएल टेक, एसबीआई, टेक महिंद्रा, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अल्ट्रा टैक सीमेंट में 4.86 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गयी।
कारोबारियों के अनुसार कमजोर आर्थिक आंकड़े और कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर बाजार के सेंटीमेंट्स पर असर पड़ा। सरकार के मंगलवार को जारी आकंड़े के अनुसार कोराना वायरस संकट के कारण आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होने से देश का औद्योगिक उत्पादन जून महीने में 16.6 प्रतिशत घट गया। इस बीच, वैश्विक स्तर पर कोविड-19 संक्रमण के मामलों की संख्या 2.02 करोड़ को पार कर गयी। वहीं भारत में संक्रमण के मामले 23 लाख से ऊपर हो गए हैं। रेलिगेयर के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, ‘‘वित्तीय कंपनियों को फंड जुटाने को मिली उत्साहजनक प्रतिक्रिया से निवेशकों की धारणा बैंक शेयरों के प्रति मजबूत हुई है इससे मानक सूचकांक उच्च स्तर पर कायम रहा। जिन क्षेत्रों में हाल में तेजी आयी थी, वहां थोड़ी नरमी रही।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि हम व्यापक रूप से वैश्विक बाजारों को देखते हैं, ऐसे में प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा के मामले में आगे की गतिविधियां और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव पर निवेशकों की नजर होगी। कारोबारियों को शेयरों के चयन पर ध्यान रखना चाहिए क्योंकि हम अभी भी विभिन्न क्षेत्रों में अवसर देख रहे हैं।’’ दुनिया के अन्य प्रमुख बाजारों में चीन में हांगकांग, जापान का तोक्यो और दक्षिण कोरिया का सोल लाभ के साथ बंद हुए जकि चीन का शंघाई नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में बढ़त दर्ज की गयी। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.48 प्रतिशत मजबूत होकर 45.16 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इधर, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे टूटकर 74.83 पर बंद हुआ।