नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में चार कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लग गया और दोनों प्रमुख सूचकांक -बीएसई सेंसेक्स तथा एनएसई निफ्टी रिकार्ड ऊंचाई से नीचे बंद हुए। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक समीक्षा बैठक के परिणाम आने से पहले निवेशकों के सतर्क रुख के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी तथा एचडीएफसी बैंक में जोरदार बिकवाली से यह गिरावट देखने को मिली। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 271.07 अंक यानी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,501.98 पर बंद हुआ। मंगलवार को यह 52,773.05 अंक के रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ था। एनएसई निफ्टी भी 101.70 अंक यानी 0.64 प्रतिशत टूटकर रिकार्ड स्तर से नीचे 15,767.55 अंक पर बंद हुआ।
कैसा रहा आज का कारोबार
सेंसेक्स के शेयरों में करीब 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में पावरग्रिड का शेयर रहा। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एल एंड टी, अल्ट्राटेक सीमेंट और बजाज फाइनेंस में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ नेस्ले, एनटीपीसी, ओएनजीसी, बजाज फिनसर्व, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इन्फोसिस समेत अन्य शेयर लाभ में रहे। कारोबार में सबसे ज्यादा गिरावट मेटल सेक्टर मे रही इंडेक्स 2.8 प्रतिशत टूटा है। वहीं रियल्टी सेक्टर और बैंकिंग सेक्टर भी गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
क्यों आई बाजार मे गिरावट
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा से पहले वैश्विक बाजारों में सतर्क रुख के साथ घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट आयी। अमेरिका में कीमतों में वृद्धि से इंफ्लेशन को लेकर चिंता बढ़ी है। हालांकि फेडरल रिजर्व नरम रुख बनाये रखता है और छोटी अवधि में महंगाई दर को लेकर कोई सख्त टिप्पणी नहीं करता है, तो इससे बाजार में तेजी आ सकती है।’’ चाइस ब्रोकिंग ने एक रिपोर्ट में कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय से पहले घरेलू बाजार पर कमजोर वैश्विक रुख का असर रहा। निफ्टी में गिरावट का एक प्रमुख कारण खासकर धातु और वित्तीय शेयरों में बिकवाली है। सूचकांक के नीचे आने में रिलायंस, अडाणी पोर्ट्स और एचडीएफसी का मुख्य योगदान रहा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि एशियाई बाजारों में कमजोर रुख तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैठक के नतीजे आने से पहले घरेलू शेयर बाजारों में चार दिन से जारी तेजी पर विराम लगा और दोनों इंडेक्स रिकार्ड ऊंचाई से नीचे बंद हुए।