नई दिल्ली। शेयर बाजार आज एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है। दिग्गज शेयरों में आई खरीदारी की मदद से बाजार में ये बढ़त देखने को मिली है। आज के कारोबार में सेंसेक्स 152 अंक की बढ़त के साथ 54555 के स्तर पर और निफ्टी 22 अंक की बढ़त के साथ 16280 के स्तर पर बंद हुआ है। आज मेटल सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। वहीं आईटी सेक्टर बढ़त दर्ज करने में कामयाब रहे हैं।
कैसा रहा आज का कारोबार
शेयर बाजार में आज उतार-चढ़ाव देखने को मिली। कारोबार की शुरुआत में बाजार में बढ़त का रुख था। दिन के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी ने अपने अब तक से सबसे ऊंचे स्तर दर्ज किये। सेंसेक्स कारोबार के दौरान 54,779.66 के रिकॉर्ड स्तरों तक और निफ्टी 16,202.25 के अपने रिकॉर्ड स्तरों तक पहुंच गया। दोपहर के कारोबार में बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली और प्रनुख इंडेक्स बेहद सीमित अवधि के लिये लाल निशान में पहुंच गये। निचले स्तरों पर खरीद से बाजार में रिकवरी रही और सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड स्तरों पर बंद हुए। कारोबार में आज की बढ़त के लिये दिग्गज स्टॉक्स में आई बढ़त अहम रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज आज आधा प्रतिशत से ज्यादा, एचडीएफसी बैंक 0.25 प्रतिशत, टीसीएस 0.33 प्रतिशत और एचडीएफसी 1.88 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ है।
क्यों आई बाजार में बढ़त
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के अनुसार, ‘‘घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को जोरदार उतार चढ़ाव रहा। एनएसई निफ्टी रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद तेजी से नीचे आया। मुख्य रूप से धातु, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और रियल्टी शेयरों में बिकवाली दबाव से इसमें गिरावट आयी।’’ उन्होंने कहा कि हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को छोड़कर अन्य वित्तीय शेयरों से बाजार को समर्थन मिला और बड़ी गिरावट पर लगाम लगा। बाजार में अधिक उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों ने आईटी कंपनियों जैसे शेयरों को तरजीह दी। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘धातु कंपनियों के शेयरों के साथ कई महीनों की तेजी के बाद छोटी कंपनियों (स्मॉल कैप इंडेक्स) के शेयरों की बिकवाली से बाजार नीचे आया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मझोली कंपनियों के सूचकांक (मिड कैप इंडेक्स) और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भी निवेशकों ने मुनाफावसूली की। सूचकांक जिस स्तर पर बंद हुआ, वह वास्तव में बाजार में धारणा को प्रतिबिंबित नहीं करता। धारणा काफी कमजोर थी।’’ जियोजीत फानेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार वैश्विक बाजारों में बिकबवाली दबाव से घरेलू बाजार में शुरूआती बढ़त कायम नहीं रही और उतार-चढ़ाव आया। उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व के बांड खरीद कार्यक्रम के पहले वापस लेने की आशंका और अमेरिका के सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा इस सप्ताह जारी होने से पहले वैश्विक बाजार पर असर पड़ा।’’
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