नई दिल्ली। पिछले 3 दिन में कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों से लेकर वहां बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने और बहुमत साबित करने की चुनौती को लेकर जो भी राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है उसकी वजह से शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली है। शायद शेयर बाजार पहले ही अंदाजा लगा चुका था कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना कम है। यही वजह है कि पिछले 3 दिन के दौरान शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है।
पिछले 3 दिन के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 695 प्वाइंट लुढ़का है, शुक्रवार को सेंसेक्स 300.82 प्वाइंट की भारी गिरावट के साथ 34848.30 पर बंद हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी पिछले 3 दिन के दौरान भारी गिरावट आई है। 15 मई को चुनाव नतीजों के दिन निफ्टी 10801.85 के स्तर पर बंद हुआ था और शुक्रवार को यह 86.30 प्वाइंट की भारी गिरावट के साथ 10596.40 पर बंद हुआ, 3 दिन में निफ्टी 205 प्वाइंट से ज्यादा घटा है।
इस बीच कर्नाटक में शनिवार को हुए राजनीतिक घटनाक्रम को देखें तो येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा, विधानसभा में आज विश्वास प्रस्ताव पर वोट पड़ने थे लेकिन येदियुरप्पा ने वोटिंग से पहले ही इस्तीफा देने की घोषणा कर दी, उन्होंने कहा कि उन्होने अंतरात्मा की आवाज पर बहुमत मांगा था लेकिन वह इसमे सफल नहीं हो पाए। कर्नाटक में 104 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, कांग्रेस 78 विधायकों के साथ दूसरे और तीसरे नंबर पर 37 विधायकों के साथ जनता दल सेक्युलर है। कांग्रेस ने जनता दल सेक्युलर के एच डी कुमारस्वामी को समर्थन दिया है।