कोलकाता। टाटा स्टील और वीजा स्टील जैसी स्टील कंपनियों ने कोकिंग कोयले पर आयात शुल्क तथा स्वच्छ ऊर्जा उपकर से छूट देने की मांग की है। साथ ही इन कंपनियों ने वैश्विक स्तर पर कमजोर मांग के अनुमान के मद्देनजर घरेलू बुनियादी ढांचे पर जोर देने की वकालत की है।
टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने कहा,
इस साल कोकिंग कोयले की ऊंची कीमत की वजह से स्टील उद्योग को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। ज्यादातर कोकिंग कोयले की जरूरत को आयात के जरिये पूरा किया जाता है। ऐसे में कोकिंग कोयले पर आयात शुल्क हटाया जाना चाहिए।
- वीजा स्टील ने भी यहीं मांग करते हुए कहा कि कोकिंग कोयले से आयात शुल्क को समाप्त किया जाना चाहिए।
- फिलहाल यह 2.5 प्रतिशत है।
वीजा स्टील वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक विशाल अग्रवाल ने कहा,
कच्चे माल मसलन कोकिंग कोयले पर आयात शुल्क को 2.5 से प्रतिशत घटाकर शून्य किया जाना चाहिए। आवास और वाहन क्षेत्र की मांग में सुधार के लिए बुनियादी ढांचा खर्च तथा उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ाया जाना चाहिए, जिससे घरेलू स्टील की मांग बढ़ाई जा सके।
- नरेंद्रन ने कहा कि घरेलू उद्योग 2030-31 तक 30 करोड़ टन का उत्पादन हासिल करने के लिए काफी प्रयास कर रहा है।
- इसके लिए आवश्यक निवेश किया जा रहा है तथा क्षमता बढ़ाई जा रही है।
- अप्रैल से नवंबर, 2016 के दौरान देश का स्टील उत्पादन करीब 9 प्रतिशत बढ़ा है।
- 2030 तक 30 करोड़ टन के उत्पादन लक्ष्य को पाने के लिए सरकार की ओर से इस क्षेत्र को काफी समर्थन की जरूरत होगी।