नई दिल्ली। उद्योगपति सज्जन जिंदल ने सोमवार को अर्थव्यवस्था को फिर से शुरू करने की वकालत करते हुए कहा कि जीवन को बचाने के साथ ही आजीविका को बचाना भी महत्वपूर्ण है। विविध क्षेत्रों में कार्यरत जेएसएफ समूह के अध्यक्ष ने एक बयान में कहा कि कोविड-19 संकट ने दुनिया को रोक दिया। हमने जान बचाने के लिए कदम उठाए लेकिन अब हमें आजीविका बचाने के लिए फिर से शुरुआत करने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि लॉकडाउन के आर्थिक प्रभाव गंभीर हो सकते हैं और एक सफल अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत को व्यावसायिक गतिविधियां फिर चालू करनी होंगी। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं खुल रही हैं। जब तक कोई इलाज नहीं मिल जाता है, तब तक घर में बैठने से आजीविका का नुकसान उतना ही गंभीर होगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि हम जितनी धीमी शुरुआत करेंगे, लॉकडाउन से बाहर आने वाले देशों के हाथों हम उतना ही खो देंगे। अब हम और इंतजार नहीं कर ,सकते। उन्होंने कहा कि भारत को जल्द से जल्द अपनी पूरी क्षमता के साथ वापसी करने की जरूरत है।
जिंदल ने कहा, यूरोप खुल गया। स्पेन, फ्रांस, एम्स्टर्डम और जर्मनी में लोगों ने एक नई जीवनशैली को अपना लिया है और फिर से कामकाज शुरू कर दिया है। रेस्टोरेंट, बाजार, सार्वजनिक परिवहन, सभी चालू हो गए हैं। इस तरह ही आप अर्थव्यवस्था को बचा सकते हैं। घर के अंदर रहने से नहीं। सरकार ने दो महीने से अधिक समय तक देशव्यापी लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर निकलने की घोषणा की है।