नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को एक हफ्ते के भीतर ही दूसरा बड़ा झटका दे दिया है। एसबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की ब्याज दरों में कटौती के बाद अब आरडी (रिकरिंग डिपॉजिट) की ब्याज पर भी कैंची चला दी है। यानी अब एसबीआई ग्राहकों को आरडी पर पहले के मुकाबले 0.15 फीसदी कम ब्याज मिलेगा। अब 1 से 10 साल की अवधि वाले आरडी खाते पर ब्याज दरें 6.25 फीसदी से घटकर 6.10 फीसदी पर आ गई हैं। ये नई दरें 10 जनवरी 2020 से प्रभावी भी हो चुकी हैं।
SBI के आरडी रिकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit) की नई दरें
- 1 साल से 2 तक के लिए ब्याज दरें 6.10 फीसदी है।
- 2-3 साल के लिए ब्याज दरें 6.10 फीसदी है।
- 3-5 साल के लिए ब्याज दरें 6.10 फीसदी है।
- 5-10 साल के लिए ब्याज दरें 6.10 फीसदी है।
क्या होता है रिकरिंग डिपॉजिट
लोग बैंकों में डिपॉजिट को निवेश का सबसे बेहतर और सुरक्षित विकल्प मानते हैं। अगर बात आरडी (रिकरिंग डिपॉजिट) की करें तो इसमें ग्राहकों को एक निश्चित अवधि के लिए लगातार एक निश्चित रकम देनी होती है। जैसे ही अवधि खत्म होती है आपको आपका सारा पैसा मुनाफे के साथ वापस मिल जाता है। आप देश के किसी भी बैंक में रिकरिंग डिपॉजिट खाता खुलवा सकते हैं। इस खाते में कम से कम 1 साल और अधिक से अधिक 10 साल के लिए डिपॉजिट किया जाता है।
100 रुपए से शुरू कर सकते हैं आरडी
एसबीआई वेबसाइट के मुताबिक डिपॉजिट रकम 100 रुपए से शुरू होती है। वहीं निवेश की अधिकतम लिमिट फिक्स नहीं है, यानी आप अधिक से अधिक रकम का निवेश कर सकते हैं। आपको बता दें कि एसबीआई आरडी खाताधारकों को हर महीने कम से 100 रुपये जमा करना जरूरी होता है। हालांकि, बैंकों की तुलना में पोस्ट ऑफिस में आरडी पर अधिक ब्याज मिल रहा है। वर्तमान में, एसबीआई आरडी पर 6.10 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा तो वहीं, पोस्ट ऑफिस में आरडी पर 7.20 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।
एसबीआई ने एफडी पर भी घटाई हैं ब्याज दरें
हाल ही में एसबीआई ने 2 करोड़ रुपए से कम की एफडी पर ब्याज दरों में 0.15 फीसदी की कटौती की है। यह कटौती एक से 10 साल तक की एफडी पर 10 जनवरी 2020 से लागू हो गई है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर किसी ग्राहक ने 2 करोड़ रुपए से कम का एफडी करवा रखी है उसे ब्याज पहले के मुकाबले कम मिलेगा।