कोलंबो। श्रीलंका ने अपनी मु्द्रा में आई भारी गिरावट के बाद शनिवार को कारों और विलासिता की वस्तुओं के आयात पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। श्रीलंका की मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले जनवरी से अब तक 10 प्रतिशत तक टूट चुकी है और देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी काफी घट गया है।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका का रुपया साल की शुरुआत में डॉलर के मुकाबले 155 रुपए के स्तर पर था, जो शुक्रवार को 170 रुपए तक पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने सभी सरकारी संस्थानों पर एक साल तक वाहनों का आयात करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही सभी सरकारी कर्मचारियों के रियायती शुल्क पर कारें आयात करने पर भी अगले छह माह के लिए रोक लगा दी है।
बैंकों को भी वाहनों, एयर कंडीशनरों, परफ्यूम, मोबाइल फोन, टीवी समेत अन्य विलासी वस्तुओं के लिए कर्ज देने से रोक दिया गया है। अगस्त में सरकार ने कारों के आयात को हतोत्साहित करने के लिए इस पर कर बढ़ा दिया था, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि विदेशी मुद्रा भंडार पर अभी भी भारी दबाव है।
श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने चेतावनी दी थी कि कारों के आयात से सालाना आधार पर व्यापार घाटा 70 करोड़ डॉलर बढ़ रहा है। 2018 के शुरुआती पांच महीनों में ही यह 4.9 अरब डॉलर था।