नई दिल्ली। स्पाइसजेट अपने ढुलाई विमानों के बेड़े में जल्द एयरबस ए340 कार्गो विमान शामिल करेगी। एयरलाइन ने सोमवार को बयान में यह जानकारी दी। ढुलाई बेड़े में बड़े आकार के विमान के आने के बाद स्पाइसजेट यूरोप, स्वतंत्र राष्ट्रों के राष्ट्रकुल (सीआईएस) तथा अफ्रीकी क्षेत्रों को लंबी दूरी की कार्गो उड़ानों का परिचालन कर सकेगी। एयरबस ए340 कार्गो विमान के बाद स्पाइसजेट के बेड़े में कुल नौ कार्गो विमान हो जाएंगे। इनमें पांच बोइंग 737, तीन बॉम्बार्डियर क्यू-400 और एक एयरबस340 होगा।
स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि पहला बड़े आकार का कार्गो विमान देश के सबसे बड़े कार्गो परिचालक के रूप में हमारी यात्रा में पासा पलटने वाला साबित होगा। उन्होंने कहा कि एयरलाइन जल्द यूरोप, अफ्रीका और सीआईएस देशों के लिए सीधी कार्गो उड़ानें शुरू करेगी। सिंह ने कहा कि कुछ महीने पहले हम इस बारे में सोच भी नहीं सकते थे।
वैश्विक महामारी के बीच इटली में पहला क्रूज़ रवाना
इटली में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बीच रवाना हो रहे पहले क्रूज़ पोत पर जाने के लिए लोगों का तापमान मापा गया और उनकी कोविड-19 जांच की गई। क्रूज़ कम्पनी ‘एमएससी‘ ने अपने नए स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिशा-निर्देशों के तहत चालक दल के सदस्यों एवं यात्रियों के लिए एक प्रक्रिया तैयार की है। एमएससी का ‘ग्रैंडीओसा’ जेनोआ के उत्तरी इतालवी बंदरगाह से रविवार शाम पश्चिमी भूमध्य सागर में सात दिन की यात्रा के लिए रवाना हुआ।
कंपनी ने बताया कि किसी के भी संक्रमित पाए जाने या कोविड-19 के बुखार आदि लक्षण होने पर उन्हें क्रूज़ में जाने नहीं दिया गया। यात्रियों से एलिवेटर या अन्य स्थानों पर, जहां सामाजिक दूरी बनाना मुमकिन नहीं हैं, वहां मास्क पहनने को कहा गया है। चालक दल के सदस्य भी क्रूज़ में जाने से पहले पृथक रह रहे थे। इटली की सरकार ने इस महीने की शुरुआत में इटली के बंदरगाहों से क्रूज़ जहाजों को 70 प्रतिशत की क्षमता के साथ प्रस्थान की मंजूरी दी थी। एमएससी ने इसकी जानकारी नहीं दी कि क्रूज़ में कितने यात्री हैं।