नई दिल्ली। निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी स्पाइस जेट का शुद्ध लाभ मार्च में समाप्त तिमाही में 11 प्रतिशत बढ़कर 46.1 करोड़ रुपए रहा है। इसकी प्रमुख वजह उसकी उड़ानों पर उपलब्ध 95.4 प्रतिशत सीटों का बिक जाना है। पूरे वित्त वर्ष 2017-18 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 32 प्रतिशत बढ़कर 566.7 करोड़ रुपए रहा। यह कंपनी का सबसे अधिक वार्षिक शुद्ध लाभ रहा है। इस तरह कंपनी ने लगातार तीसरे साल लाभ हासिल किया है।
स्पाइस जेट ने बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 में कंपनी का शुद्ध लाभ 430.7 करोड़ रुपए था। पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कारोबार 7,795.1 करोड़ रुपए रहा। आलोच्य तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री 25 प्रतिशत बढ़कर 2,029.3 करोड़ रुपए रही, जबकि उसकी सीटों की कुल बिक्री का प्रतिशत 95.4 रहा। पूरे साल के लिए कंपनी की कुल सीटों की बिक्री का प्रतिशत 94.7 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
देना बैंक का शुद्ध घाटा बढ़कर 1225 करोड़ रुपए
सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक का शुद्ध घाटा मार्च तिमाही में बढ़कर 1,225.42 करोड़ रुपए हो गया। बैंक का कहना है कि बढ़ते फंसे कर्ज व उसके लिए ऊंचे प्रावधान के चलते आलोच्य तिमाही में उसका घाटा बढ़ा। बैंक ने कहा है कि जनवरी-मार्च 2016-17 की तिमाही में उसका शुद्ध घाटा 575.26 करोड़ रुपए रहा था।
इसी तरह बढ़ती गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) के बीच बैंक ने सालाना आधार पर भी, लगातार तीसरे साल शुद्ध घाटे की सूचना दी है। वित्त वर्ष 2017-18 के लिए बैंक का शुद्ध घाटा 1,923.15 करोड़ रुपए रहा। बैंक को 2016-17 में 863.63 करोड़ रुपए, 2015-16 में 935.32 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। इससे पहले 2014-15 में बैंक को 265.48 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
प्रॉक्टर एंड गैम्बल का मुनाफा 16 प्रतिशत गिरा
प्रॉक्टर एंड गैम्बल हाइजीन एंड हेल्थ केयर का शुद्ध मुनाफा 31 मार्च 2018 को समाप्त तिमाही में 16.45 प्रतिशत गिरकर 83.24 करोड़ रुपए पर आ गया। कंपनी जुलाई-जून वित्त वर्ष का पालन करती है। कंपनी ने कहा कि उत्पाद नवाचार एवं विज्ञापन पर बढ़े निवेश के कारण मुनाफा कम हुआ है।
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 99.63 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय कम होकर 624.28 करोड़ रुपउ की तुलना में 575.50 करोड़ रुपए रह गई है।
हैवल्स को चौथी तिमाही में 226 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ
हैवल्स इंडिया का एकल शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में 225.76 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। इस दौरान कंपनी की कुल आय 2,560.64 करोड़ रुपए रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का कारोबार 1,873.44 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 94.70 करोड़ रुपए था।
हैवल्स ने बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि इन आंकड़ों की तुलना पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से नहीं की जा सकती क्योंकि कंपनी ने पिछले साल मई में फेडर्स लॉयड कॉर्प से एलईईएल इलेक्ट्रिकल्स (लॉयड कंज्यूमर खंड) तथा ट्रेडमार्क ‘लॉयड’ का 1,547.38 करोड़ रुपए में अधिग्रहण किया था।
हैवल्स ने कहा कि उसका लाइटिंग और फिक्सचर कारोबार 20 प्रतिशत बढ़कर 323 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 268 करोड़ रुपए रहा था। इस दौरान कंपनी का इलेक्ट्रिकल टिकाऊ उपभोक्ता कारोबार 19 प्रतिशत बढ़कर 465 करोड़ रुपए रहा। स्विचगियर कारोबार पांच प्रतिशत बढ़कर 394 करोड़ रुपए और केबल 13 प्रतिशत बढ़कर 769 करोड़ रुपए रहा।
एमफैसिस का शुद्ध मुनाफा 29 प्रतिशत बढ़ा
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी एमफैसिस को 31 मार्च 2018 को समाप्त तिमाही में एकीकृत आधार पर 237.70 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ है। यह वित्त वर्ष 2016-17 की समान तिमाही के 184.1 करोड़ रुपए की तुलना में 29.10 प्रतिशत अधिक है।
आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी का सकल राजस्व 1,473.20 करोड़ रुपए की तुलना में 15.60 प्रतिशत बढ़कर 1,703.30 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। पूरे वित्त वर्ष के दौरान उसका शुद्ध मुनाफा 5.8 प्रतिशत बढ़कर 837.50 करोड़ रुपए और कुल आमदनी 6.3 प्रतिशत बढ़कर 6,377.50 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्तवर्ष 2017-18 के लिए प्रति शेयर 20 रुपए लाभांश की सिफारिश की है।