Highlights
- स्पाइसजेट के 13 मैक्स विमानों ने मार्च 2019 के बाद से उड़ान नहीं भरी है
- डीजीसीए ने लगभग ढाई साल के बाद 737 मैक्स विमानों पर से प्रतिबंध हटा लिया
- इस करार से स्पाइसजेट को 155 मैक्स विमानों की नई खेप मिल सकेगी
नयी दिल्ली। प्रमुख एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने बुधवार को कहा कि उसने अमेरिका की विमान निर्माण कंपनी बोइंग के साथ 737 मैक्स विमान का परिचालन बंद रहने और सेवा में उसकी वापसी से संबंधित बकाया दावों का निपटान करने के लिए एक समझौता किया है। स्पाइसजेट के 13 मैक्स विमानों के बेड़े ने मार्च 2019 के बाद से किसी भी व्यावसायिक उड़ान का संचालन नहीं किया है।
एयरलाइन ने बाद में लागत और नुकसान के संबंध में बोइंग के समक्ष दावे किए थे। एयरलाइन के बयान में कहा गया है, ‘‘स्पाइसजेट को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि उसने बोइंग के साथ एक समझौता किया है, जिसमें बोइंग 737 मैक्स विमानों की ग्राउंडिंग और सेवा में वापसी से संबंधित बकाया दावों का निपटान करने और कुछ सुविधाएं प्रदान करने के लिए सहमत हो गया है।’’
बयान में कहा गया कि इस समझौता ने स्पाइसजेट के बेड़े में कुशल और आधुनिक मैक्स विमानों को शामिल करने का मार्ग प्रशस्त किया है और 155 मैक्स विमानों के हमारे ऑर्डर से नए विमानों की डिलीवरी को फिर से शुरू करना सुनिश्चित करता है। एयरलाइन ने यह नहीं बताया कि उसे बोइंग से मुआवजे के रूप में कितनी राशि मिली है। गौरतलब है कि भारत के विमानन नियामक ‘नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए)’ ने लगभग ढाई साल के बाद 26 अगस्त को 737 मैक्स विमानों के वाणिज्यिक उड़ान संचालन पर से प्रतिबंध हटा लिया था।