नई दिल्ली। शापूरजी पलोनजी समूह (एसपी ग्रुप) कोरोना वायरस महामारी को लेकर पेश समाधान योजना के तहत 10,900 करोड़ रुपए के अपने ऋण का पुनर्गठन करेगा। कंपनी के एक अधिकारी ने यह कहा। एसपी समूह ने हाल ही में टाटा समूह से बाहर निकलने का निर्णय लिया है। अधिकारी ने कहा कि केवी कामथ पैनल की रिपोर्ट को स्वीकार करने के बाद रिजर्व बैंक द्वारा अनुमोदित एकमुश्त ऋण पुनर्गठन योजना के तहत राहत मांगी जा रही है।
इस सुविधा में वित्तीय रूप से तनावग्रस्त कंपनियों को दो साल के लिए अपने ऋण को टालने की अनुमति है। अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि 150 साल पुरानी शापूरजी पलोनजी ग्रुप की होल्डिंग कंपनी शापूरजी पलोनजी कंस्ट्रक्शन रिजर्व बैंक द्वारा अनुमोदित कोविड-19 समाधान ढांचे के तहत एकमुश्त ऋण पुनर्गठन के माध्यम से 10,900 करोड़ रुपए के अपने ऋण का पुनर्गठन करना चाहती है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब टाटा ने 5 सितंबर को उच्चतम न्यायालय पहुंचकर एसपी समूह की टाटा संस में 18.37 प्रतिशत हिस्सेदारी के एक हिस्से के बदले में कर्ज जुटाने की पहल को रोकने की याचिका दायर की है। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय ने एसपी ग्रुप के ऋण जुटाने के कार्यक्रम पर स्थगन लगा दिया है और अब इस मामले की अगली सुनवाई 28 सितंबर को होगी।