नई दिल्ली। मानसून अच्छा रहने से मौजूदा खरीफ सत्र में दलहन का बुवाई क्षेत्र अभी तक 41 फीसदी बढ़कर 110.35 लाख हेक्टेयर हो गया है। इससे दलहन उत्पादन अधिक रहने की संभावना बनी है। पिछले सत्र में दलहन का बुवाई क्षेत्र 78.25 लाख हेक्टेयर रहा था।
सरकार को उम्मीद है कि फसल वर्ष 2016-17 (जुलाई-जून) के दौरान दालों का उत्पादन बढ़कर 2 करोड़ टन हो जाएगा, जो पिछले साल 1.7 करोड़ टन रहा था। इससे दालों की ऊंची खुदरा कीमतों पर काबू पाने में मदद मिलेगी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राज्यों से मिली रिपोर्ट के अनुसार 29 जुलाई, 2016 तक कुल बुवाई क्षेत्र बढ़कर 799.51 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले साल इस समय तक 752.29 लाख हेक्टेयर था।
इस खरीफ सत्र में धान का बुवाई क्षेत्र बढ़कर 231.92 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले सत्र में 225.68 लाख हेक्टेयर था। मोटे अनाजों का बुवाई क्षेत्र 144.84 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 150.76 लाख हेक्टेयर हो गया है। इसी तरह तिलहन का बुवाई क्षेत्र 147.98 लाख से बढ़कर 159.78 लाख हेक्टेयर तथा गन्ने का बुवाई क्षेत्र 45.91 लाख हेक्टेयर से 46.83 लाख हेक्टेयर हो गया है। हालांकि, इस दौरान कपास का बुवाई क्षेत्र 101.91 लाख हेक्टेयर से घटकर 92.33 लाख हेक्टेयर रह गया है।