नई दिल्ली। दक्षिणी पश्चिमी मानसून तय समय से पहले केरल तट से टकरा गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मानसून ने उत्तर पूर्वी (नॉर्थ ईस्ट) भारत में भी दस्तक दे दी है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ बांग्लादेश के चटगांव पहुंच गया। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात समुद्र तट से टकराएगा उस समय ये सिवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म की कैटेगरी वाला तूफान होगा।
#SouthwestMonsoon hits Kerala and North East.
— Press Trust of India (@PTI_News) 30 मई 2017
पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश का अनुमान
चक्रवाती तूफान मोरा की वजह से पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों में 30 तरीख से भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। साइक्लोन सेंटर के इंचार्ज और मौसम विभाग के एडीजी एम महापात्रा के मुताबिक साइक्लोन मोरा उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ जा रहा है और इसकी मौजूदा स्थिति का विश्लेषण करने से पता चल रहा है कि ये अभी और ज्यादा ताकतवर हो जाएगा।यह भी पढ़े:सामान्य मानसून से कृषि जीडीपी की वृद्धि दर 3-4 प्रतिशत रहने का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी आय
इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवाती तूफान मोरा की वजह से बांग्लादेश के साथ-साथ भारत के पूर्वोत्तर इलाके में भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने 30 मई को त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, दक्षिणी असम, मणिपुर, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में कई जगहों पर भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इसके मद्देनजर इन राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है। 31 मई को भी इन सभी राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा और यहां पर कई जगहों पर भारी बारिश की आशंका बनी रहेगी।
110 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
एम महापात्रा के कहते है कि ये चक्रवात बांग्लादेश के चटगांव के समुद्र तट को हिट करेगा उस समय इसमें चल रही हवाओं की रफ्तार 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। चक्रवाती तूफान मोरा के चलते बांग्लादेश के समंदर में 1 से 1.5 मीटर की ऊंची लहरें उठने का अनुमान है। चटगांव को हिट करने के बाद इस चक्रवाती तूफान की ताकत कम हो जाएगी और ये एक डीप डिप्रेशन में तब्दील हो जाएगा।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग के डायरेक्टर चरण सिंह के मुताबिक पूर्वोत्तर भारत में जहां एक तरफ भयानक बारिश का अंदेशा है तो वहीं दूसरी तरफ इन सभी राज्यों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी। लिहाजा लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी गई है।