बेंगलुरु। Paytm और MobiKwik जैसे डिजिटल वॉलेट में अभी तक आप आपस में पैसे ट्रांसफर नहीं कर सकते थे। हालांकि, सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन को गति देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) यूनिफायड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए डिजिटल वॉलेट्स को एक साथ जोड़ने जा रहा है।
इससे आपको यह फायदा होगा कि अगर Paytm चला रहे हैं तो आप पेमेंट किसी दूसरे डिजिटल वॉलेट में भी कर सकते हैं।
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RBI जल्द लाएगा KYC नियमों के लिए गाइडलाइंस
- जल्द ही RBI डिजिटल वॉलेट्स में आपसे में लेन-देन और KYC नियमों के लिए गाइडलाइंस लाने जा रहा है।
- सूत्रों की मानें तो RBI यह भी तय करेगा कि UPI फ्रेमवर्क के जरिए डिजिटल वॉलेट्स में ट्रांसफर पर कितनी फीस लगानी होगी।
- सूत्रों के अनुसार, UPI फ्रेमवर्क शुरू करने और डिजिटल वॉलेट्स के आपस में लेन-देन संभव बनाने पर RBI गंभीरता से विचार कर रहा है और यह 2-3 महीनों में शुरू किया जा सकता है।
- अभी डिजिटल वॉलेट्स UPI नेटवर्क को पार्टनर बैंकों के जरिए लेन-देन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
- UPI के जरिए सीधे लेन-देन का प्लेटफॉर्म मिलने का मतलब यह होगा कि MobiKwik चलाने वाला व्यक्ति Paytm या Freecharge यूज करने वाले मर्चेंट को भी भुगतान कर सकेगा।
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UPI से हुए 42 लाख ट्रांजैक्शंस
- RBI के आंकड़ों के अनुसार, UPI नेटवर्क से फरवरी महीने में 1,900 करोड़ रुपए के 42 लाख ट्रांजैक्शंस हुए हैं।
- डिजिटल वॉलेट्स की बात करें तो 8,350 करोड़ रुपए के 2.6 करोड़ ट्रांजैक्शंस जनवरी में हुए हैं।