नई दिल्ली। जापान की सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सन ने भारत सहित इंटरनेशनल सोलर एलायंस के अन्य सदस्यों को फ्री बिजली देने की पेशकश की है। उन्होंने कहा है कि सोलर पावर प्रोजेक्ट्स से 25 साल का पावर पर्चेज एग्रीमेंट पूरा होने के बाद वह फ्री में बिजली देंगे।
दूसरी आरई-इनवेस्ट कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सन ने कहा कि जब तक आपके पास जमीन और धूप है, जब तक आप मुझे देख और सुन सकते हैं, तब तक मैं आपको फ्री बिजली दूंगा। सन ने कहा कि प्रोजेक्ट डेवलपर्स और नीति निर्माताओं का ध्यान अभी तक केवल 25 साल के पावर पर्चेज एग्रीमेंट तक सीमित है।
इंटरनेशनल सोलर एलायंस सदस्य देशों के लिए एक स्पेशन ऑफर के तौर पर सन ने कहा कि सॉफ्टबैंक 25 साल के पावर पर्चेस एग्रीमेंट के पूरा होने के बाद सोलर पावर प्रोजेक्ट्स से फ्री बिजली की पेशकश करेगा। सन ने कहा कि एक सोलर पावर प्रोजेक्ट के जीवन को 80-100 तक बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट की क्षमता पहले पांच सालों में 15 प्रतिशत घट जाती है। लेकिन इसके बाद जीवनपर्यंत प्रोजेक्ट की क्षमता 85 प्रतिशत बिजली उत्पादन पर बनी रहती है।
सन ने कहा कि सोलर प्रोजेक्ट्स में उपयोग होने वाले सोलर पैनल्स डिग्रेड नहीं होंगे और उनसे बिजली उत्पादन बंद नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सोलर पैनल क्रिस्टल के बने होते हैं और यह क्रिस्टल मैटेरियल का अंतिम रूप होते हैं। यह किसी ओर में परिवर्तित नहीं होंगे। इसलिए जब तक इन्हें धूल से बचाकर रखा जाएगा और जब तक सूर्य की रोशनी रहेगी, यह बिजली पैदा करते रहेंगे।
अपनी प्रस्तुति में सन ने यह भी बताया कि भारत की केवल एक प्रतिशत जमीन ही 1000 गीगा वाट सौर्य ऊर्जा उत्पादन के लिए पर्याप्त होगी। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसी बहुत से बेकार जमीन उपलब्ध है, जो इस प्रोजेक्ट के लिए पर्याप्त होगी।