नई दिल्ली। ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील, जो नगदी संकट से जूझ रही है और संभावित खरीदार की तलाश में जुटी है, अपने कर्मचारियों की औसत 12-15 प्रतिशत सैलरी बढ़ाने वाली है। सूत्रों के मुताबिक यह वेतनवृद्धि एक अप्रैल से लागू होगी और मिड और जूनियर लेवल के कर्मचारियों को औसत 12-15 प्रतिशत वेतनवृद्धि दी जाएगी।
वहीं सीनियर मैनेजमेंट में यह वेतनवृद्धि 9-12 प्रतिशत होगी, लेकिन कंपनी बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को 20-25 प्रतिशत की वेतनवृद्धि भी दे सकती है।
ऐसा माना जा रहा है कि नगदी संकट से जूझ रही कंपनी अपने तकरीबन 150 कर्मचारियों को एक प्रतिशत शेयर भी वितरित कर सकती है। इस साल की शुरुआत में कंपनी के संस्थापक ने कहा था कि उनसे कुछ गलतियां हुई हैं और वह अब कंपनी से कोई वेतन नहीं लेंगे।
वेतनवृद्धि का यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब स्नैपडील के सबसे बड़े निवेशक सॉफ्टबैंक इस पर बिक्री का दबाव बना रहा है और अगले कुछ दिनों में इस संबंध में अंतिम फैसला आने की उम्मीद है। स्नैपडील को खरीदने की दौड़ में सबसे आगे फ्लिपकार्ट है, जिसने अभी हाल ही में 1.4 अरब डॉलर की ताजा फंडिंग जुटाई है।
सॉफ्टबैंक कलारी कैपिटल और नेक्सस वेंचर पार्टनर्स के साथ भी बातचीत कर रहा है, जो स्नैपडील के बोर्ड में शामिल हैं। स्नैपडील के सात सदस्यीय बोर्ड में सॉफ्टबैंक, कलारी कैपिटल और नेक्सस वेंचर पार्टनर्स के प्रतिनिधियों के अलावा सह-संस्थापक कुणाल बहल और रोहित बंसल शामिल हैं। कंपनी के पास तकरीबन 3,000 कर्मचारी हैं। कंपनी के पास मोबाइल वॉलेट (फ्रीचार्ज) और लॉजिस्टिक ऑपरेशन (वुलकैन) भी है।
सूत्रों ने बताया कि स्नैपडील के तकरीबन 3,000 वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों के पास कर्मचारी शेयर विकल्प (ईएसओपी) के रूप में 5-6 प्रतिशत कंपनी के शेयर हैं। ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि अलीबाबा समर्थित पेटीएम भी स्नैपडील को खरीदने में अपनी रुचि दिखा रहा है। स्नैपडील में अलीबाबा भी एक निवेशक है।