नई दिल्ली। घाटे में चल रही देश की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील अगले कुछ महीनों में अपने आदे स्टाफ को नौकरी से निकाल सकती है। कर्मचारियों की संख्या वर्तमान में 1200 के करीब है और इसे घटाकर आधा किया जा सकता है। खर्चों में कटौती के लिए स्नैपडील नौकरी में छटनी करने जा रही है। कंपनी सूत्रों ने यह जानकारी दी। कंपनी ने अपनी बड़ी प्रतिद्वंद्वी कंपनी फ्लिपकार्ट के साथ विलय की पेशकश को ठुकराकर स्वतंत्र राह पर चलने का फैसला किया है।
इसी हफ्ते के प्रारंभ में 90-95 करोड़ डॉलर की फ्लिपकार्ट की पेशकश ठुकराने के बाद इस ई वाणिज्य कंपनी ने अपने नये रोडमैप स्नैपडील 2.0 पर काम करना शुरु कर दिया है। स्नैपडील अपने परिचालन में कटौती करेगी और अगले दो तीन महीने में कर्मचारियों की संख्या घटाकर करीब 500-600 करेगी। कंपनी की योजना से अवगत दो लोगों ने यह जानकारी दी। उन्होंने अपनी पहचान प्रकट करने की इच्छा नहीं रखी क्योंकि वे इस विषय पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं।
स्नैपडील ने इस संबंध में भेजे गये ईमेल प्रश्न का उार नहीं दिया। पिछले हप्ते ही स्नैपडील ने अपनी डिजिटल पेमेंट कंपनी फ्रीचार्ज को बेच दिया है, देश में निजी क्षेत्र के तीसरे बड़े बैंक एक्सिज बैंक ने फ्रीचार्ज को खरीदा है। फ्रीचार्ज की बिक्री से स्नैपडील को 385 करोड़ रुपए मिले हैं जिसे कंपनी अपने कारोबार को संभालने में खर्च करेगी।