नई दिल्ली। ई-कॉमर्स कंपनी Snapdeal के बोर्ड ने फ्लिपकार्ट द्वारा दिए गए 80-85 करोड़ डॉलर (तकरीबन 5,500 करोड़ रुपए) के टेकओवर ऑफर को ठुकरा दिया है। इस मामले से सीधे जुड़े एक सूत्र ने बताया कि फ्लिपकार्ट ने आकलन रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद स्नैपडील के सामने 80-85 करोड़ डॉलर का ऑफर रखा था।
हालांकि, स्नैपडील बोर्ड ने इस ऑफर को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि उसकी साफ आकलन रिपोर्ट को देखते हुए यह राशि बहुत कम है। सूत्र ने बताया कि पहला ऑफर ठुकरा दिया गया है, लेकिन बातचीत अभी भी जारी है। संपर्क करने पर स्नैपडील, सॉफ्टबैंक और फ्लिपकार्ट ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
स्नैपडील में सबसे बड़े निवेशक सॉफ्टबैंक पिछले कुछ महीने से इस बिक्री सौदे में सक्रिय रूप से प्रमुख भूमिका निभा रहा है। स्नैपडील के बोर्ड में इसके संस्थापक कुणाल बहल और रोहित बंसल, एनवीपी और कलारी कैपिटल के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि अर्नस्ट एंड यंग ने स्नैपडील की आकलन रिपोर्ट तैयार की है और इसे कुछ दिन पहले ही सौंपा गया है, जिसके बाद फ्लिपकार्ट ने यह ऑफर दिया है। यदि स्नैपडील और फ्लिपकार्ट के बीच यह सौदा हो जाता है, तो यह भारतीय ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण सौदा बन जाएगा।
अमेजन और फ्लिपकार्ट से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा की वजह से स्नैपडील का भारी नुकसान हो रहा है। फरवरी 2016 के मुताबिक वैल्यूएशन के आधार पर तुलना की जाए तो फ्लिपकार्ट की वैल्यू 6.5 अरब डॉलर और स्नैपडील की वैल्यू 1 अरब डॉलर थी। सॉफ्टबैंक पहले ही स्नैपडील में अपने निवेश की वैल्यू 1 अरब डॉलर घटा चुका है।