देवघर। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को कहा कि बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के लिए युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देना महत्वपूर्ण है। मुखर्जी ने झारखंड में एक समारोह में 35 कौशल विकास केंद्रों को ऑनलाइन राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि भारत की मूल समस्या रोजगार सृजन की है। युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर इस समस्या का हल किया जा सकता है, क्योंकि हमारी 50 प्रतिशत से अधिक आबादी युवा है।
यह भी पढ़ें :हर 3-4 साल में बदलेंगे 500 और 2000 के नोटों के सुरक्षा मार्क्स, नकली नोटों पर सरकार ऐसे कसेगी नकेल
नरेंद्र मोदी सरकार के कौशल भारत अभियान की सराहना करते हुए मुखर्जी ने कहा कि रोजगार सृजन का एकमात्र जवाब कौशल विकास है। देवघर में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क की आधारशिला रखते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इससे संथाल परगना क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि इस सुविधा का इस्तेमाल डिजिटल पहलों मसलन इंडिया बीपीओ प्रमोशन योजना के क्रियान्वयन, सॉफ्टवेयर निर्यात को प्रोत्साहन और सॉफ्टवेयर उत्पादों के स्टार्टअप को समर्थन के लिए किया जाएगा। राष्ट्रपति ने देवघर और गोड्डा क्षेत्र में वाहन चालकों के लिए प्रशिक्षण केंद्रों की आधारशिला भी रखी।
यह भी पढ़ें :पेट्रोल-डीजल के बाद बिना सब्सिडी वाला LPG सिलेंडर हुआ सस्ता, 14.50 रुपए प्रति सिलेंडर घटे दाम
मुखर्जी ने कहा कि इन केंद्रों से क्षेत्र में कुशल ड्राइवरों की कमी को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि खनिज संसाधनों के बूते झारखंड आज चौतरफा विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने भारत के आजादी के आंदोलन में सिधे मुरमु, कान्हो मुरमु, तिल्का मांझी और बिरसा मुंडा के योगदान को भी याद किया।