नयी दिल्ली: सरकारी कंपनी सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) ने कहा कि उसने 679 मेगावाट की नीचली अरुण पनबिजली परियोजना के विकास के लिए नेपाल के निवेश बोर्ड (आईबीएन) के साथ एक समझौते पर रविवार को हस्ताक्षर किये। कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसने नेपाल के काठमांडू में 679 मेगावाट के लोअर (निचली)अरुण पनबिजली परियोजना के विकास के लिए नेपाल के निवेश बोर्ड के साथ समझौता किया है।
एसजेवीएनएल के सीएमडी नंद लाल शर्मा और आईबीएन के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष सुशिल भट्टा ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस दौरान नेपाल के उप प्रधान मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल और नेपाल में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी मौजूद रहे। नंद लाल शर्मा ने कहा कि एसजेवीएनएल ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (आईसीबी) के माध्यम से 679 मेगावाट की निचली अरुण पनबिजली परियोजना को हासिल किया है।
इस परियोजना के लिए प्रतिस्पर्धी बोली में कई बड़ी कंपनियां भी शामिल थी। अरुण पनबिजली परियोजना नेपाल के संखुवासभा और भोजपुर जिलों में स्थित है। इस परियोजना में बांध का निर्माण नहीं किया जाएगा और इसे 900 मेगावाट क्षमता वाली निर्माणाधीन अरुण-तीन पनबिजली संयंत्र से निकलने वाली धारा से जोड़ा जाएगा। शर्मा ने एसजेवीएन को अरुण पनबिजली परियोजना के लिए चुनने और उसकी क्षमताओं में विश्वास बनाए रखने के लिए नेपाल सरकार का आभार भी व्यक्त किया।