नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड को सरकार की प्राथमिकताओं से अवगत कराया। आम बजट के बाद आरबीआई बोर्ड की यह पहली बैठक थी जो वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से हुई और इसे वित्त मंत्री ने भी संबोधित किया। परंपरा के अनुसार, वित्त मंत्री हर साल बजट प्रस्तुति के बाद आरबीआई तथा बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के बोर्ड सदस्यों के साथ बैठक करते हैं। आरबीआई ने एक बयान में कहा कि वित्त मंत्री ने आरबीआई केंद्रीय बोर्ड की 587वीं बैठक को संबोधित किया और सदस्यों को बजट में महत्वपूर्ण पहल तथा सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में बताया। आरबीआई ने कहा कि ‘बजट पर वित्त मंत्री की सराहना करते हुए बोर्ड के सदस्यों ने सरकार के विचार के लिये कई सुझाव दिये।
केंद्रीय निदेशक मंडल ने 2021-22 के बजट की प्रस्तुति के बाद अपनी पहली बैठक में वर्तमान आर्थिक स्थिति की भी समीक्षा की। बयान में कहा गया, ‘‘बोर्ड ने अपनी बैठक में वर्तमान आर्थिक स्थिति, वैश्विक व घरेलू चुनौतियों और रिजर्व बैंक के संचालन के विभिन्न क्षेत्रों की समीक्षा की, जिसमें बैंकों में शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने के तरीके भी शामिल हैं।’’ मंगलवार को हुई बैठक की अध्यक्षता आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने की। बोर्ड में सरकार के नामित निदेशक ‘वित्तीय सेवा सचिव देबाशीष पांडा और आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज’ भी बैठक में शामिल हुए। सीतारमण के अलावा, वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, वित्त सचिव अजय भूषण पांडे और निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडे भी मौजूद थे।
हाल ही में पेश हुए बजट में सरकार ने खर्च बढ़ाने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। कारोबारियों और अर्थशास्त्रियों ने इस बजट का स्वागत किया है। वहीं बाजार में बजट के बाद मजबूती देखने को मिली है।