नई दिल्ली। जीएसटी परिषद कर रिटर्न दाखिल करने में आसानी के लिए इंफोसिस टेक्नोलॉजी के चेयरमैन नंदन निलेकणि द्वारा प्रस्तावित मॉडल को तय करने के बारे में 10 मार्च को होने वाली बैठक में विचार करेगी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जीएसटी आयुक्त (एमएंडई क्षेत्रीय समूह) एम श्रीनिवास ने एक बैठक में कहा कि इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि वे 10 मार्च को परिषद की 26वीं बैठक में इस (मॉडल) पर चर्चा करेंगे और इसे अंतिम रूप देंगे। जीएसटी रिटर्न दाखिल करने में अब भी समस्या बनी हुई है।
इंफोसिस के प्रमुख ने सरलीकरण के लिए एक मॉडल प्रस्तुत किया है। उस पर विचार के लिए एक समिति बनाई गई है और उससे रिपोर्ट मांगी गई है। जीएसटी परिषद की 23 वीं बैठक में यह निर्णय किया गया था कि जीएसटीआर-2 और जीएसटीआर-3 फॉर्म को बंद किया जाएगा और केवल जीएसटीआर-1 और जीएसटीआर-3 बी जारी रहेगा।
हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि रिटर्न फाइल करने की मौजूदा प्रणाली करदाताओं के लिए जटिल है और अनुपालन लागत बढ़ी है। इसका कारण यह है कि लोग रिटर्न फाइल करने की मौजूदा प्रणाली को संभाल नहीं पा रहे।
निलेकणि की सिफारिश के अनुसार इनवॉयस को अपलोड करने के बजाये एक ऐसी प्रणाली बनाई जा सकती है, जहां बिल को पोस्ट किया जा सके और आपूर्तिकर्ता के इनवॉयस डेटा के आधार पर प्रणाली स्वयं रिटर्न तैयार कर दे। श्रीनिवास ने कहा कि इससे व्यवस्था आसान होगी। उन्होंने कहा कि रिटर्न फाइल करने की प्रणाली के मामले में अगले तीन से चार महीने में चीजें ठीक हो जाएंगी।