नई दिल्ली। निवेशकों को इस साल अब तक सोने और चांदी में सबसे अधिक फायदा हुआ है। इस साल सोने की कीमत जहां 22.29 फीसदी बढ़ी है वहीं चांदी 41.14 फीसदी चढ़ चुकी है। इसके विपरीत बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मात्र 4 फीसदी ही सुधरा है। इस साल 29 फरवरी को सेंसेक्स अपने एक साल के निचले स्तर 22,494.61 अंक पर आ गया था। इसके अलावा सेंसेक्स अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 30,024.74 अंक से 9.5 फीसदी नीचे आ चुका है। यह स्तर इसने 4 मार्च, 2015 को हासिल किया था।
इससे पहले साल के दौरान बाजार धारणा कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव तथा चीन की अर्थव्यवस्था की सेहत से प्रभावित हुई थी। हालांकि, मार्च से कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों, घरेलू कारकों में सुधार तथा मानसून के रफ्तार पकड़ने से बाजार में मजबूती लौटी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सोने ने अन्य संपत्ति श्रेणियों को पीछे छोड़ दिया है क्योंकि निवेशक इसे निवेश का सुरक्षित विकल्प मानते हैं सोने का भाव 31 दिसंबर, 2015 के 25,390 रपये से 31,050 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच चुका है। वहीं चांदी इस दौरान 33,000 रुपए से 47,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। ऐतिहासिक आंकड़ों से पता चलता है कि सोने ने पिछले 15 बरस में 12 साल निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है। पिछले साल हालांकि, शेयर और सोना दोनों ने निवेशकों को नकारात्मक रिटर्न देकर दोहरा झटका दिया था।
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