बीजिंग। भारत से चीन को हीरे, बहुमूल्य पत्थर तथा रत्नों का निर्यात बीते साल 28.48 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ 2.48 अरब डॉलर पर पहुंच गया। भारत इस तरह चीन को इन उत्पादों के निर्यात के मामले में दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। एक आधिकारिक बयान में आज यह जानकारी दी गई।
चीनी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों का रास्ता नहीं रोकने की गुजारिश
एक चीनी पत्रकार ने बुधवार को भारत से अपील की कि वह चीनी कार कंपनियों का रास्ता नहीं रोके, क्योंकि उनमें देश के सभी वाहनों को साल 2032 तक इलेक्ट्रिक में बदलने की क्षमता है और अगर चीनी कंपनियां भारत में संयंत्र लगाती हैं तो उससे भारत के लोगों को लाभ होगा। हू वेइजिया ने सरकारी ग्लोबल टाइम्स में कहा कि व्यापार के संरक्षणवाद के लिए बाधा खड़ी करने का उल्टा असर होगा।
हू ने ‘भारत को चीनी कंपनियों को इलेक्ट्रिक कारों की मांग को पूरा करने से नहीं रोकना चाहिए’ समीक्षा में कहा कि भारत की महत्वाकांक्षा इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने की है, इससे निवेश की एक लहर पैदा होने वाली है। भारत चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का प्रमुख निवेश गंतव्य है। हाल के वर्षो में कुछ चीनी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों ने चीन में तेजी से विस्तार के लिए प्रतिस्पर्धी कीमतों और सफल ब्रांडिंग रणनीतियों का इस्तेमाल किया है। चीन दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजारों में से एक है।