नई दिल्ली। छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले आगामी सप्ताह के दौरान पिछले कुछ दिन में भारी तेजी दर्ज करने के बाद शेयर बाजारों में कुछ ठहराव की स्थिति देखने को मिल सकती है। बाजार में कुछ तकनीकी सुधार भी हो सकता है। इसके अलावा निवेशकों की नजर बाजार के आगे के संकेतों के लिए मानसून की प्रगति पर भी होगी। शेयर बाजार के विशेषग्यों ने यह राय जताई है।
बुधवार को ईद.उल.फितर के मौके पर बाजार में अवकाश रहेगा। ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, मानसून की प्रगति और वैश्विक बाजारों का रूख छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले में बाजार का रूख निर्धारित करेगा। उन्होंने कहा, ब्रेक्जिट (यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने के संबंध में हुए जनमत सर्वेक्षण) के बाद निवेशकों का ध्यान वापस भारत की ओर लौट गया है जहां सुधारों ने गति पकड़ी है, मानसून अपने रास्ते पर है और विभिन्न जिंसों की कीमतों के कम रहने की उम्मीद है। अब निवेशक इस बात पर दांव लगा रहे हैं कि इन स्थितियों के कारण अगले कुछ तिमाहियों में कंपनियों का मुनाफा अधिक रहेगा।
शेयर बाजार की गतिविधियां इस सप्ताह के आरंभ में घोषित किये जाने वाले सर्विस पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) आंकड़े से भी तय होंगी। इक्विरस सिक्योरिटीज के इक्विटी प्रमुख पंकज शर्मा ने कहा कि तेजी के दौर के बाद हमें इस सप्ताह बाजार में कुछ ठहराव की स्थिति देखने को मिल सकती है और ऐसी संभावना है कि बाजार में कुछ तकनीकी सुधार भी देखने को मिल सकता है क्योंकि निवेशक तेजी के दौर से अब बाहर निकलते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले चार से छह सप्ताह कंपनियों के पहली तिमाही के परिणाम महत्वपूर्ण रहेंगे। शेयर बाजार में कुछ शेयर विशेष आधारित गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
भारतीय बाजार ब्रेक्जिट के झटकों से बाहर निकल आया है और वहां तीन सप्ताह से जारी गिरावट थम गई है। पिछले सप्ताह बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 747.20 अंक की तेजी के साथ आठ माह के उच्च स्तर 27,144.91 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी में 239.75 अंक की तेजी आई। सैम्को सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमित मोदी ने कहा कि सप्ताह के दौरान बाजार में काफी उथल पुथल रही और आने वाले सप्ताह में कुछ मुनाफावसूली भी हो सकती है। संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुर होगा, तिमाही परिणाम कुछ सप्ताह में आने शुरू हो जायेंगे जो आगे बाजार की दिशा के निर्धारण के लिहाज से महत्वपूर्ण होंगे।