मुंबई। शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स गुरुवार 800 अंक की बड़ी गिरावट के बाद आज 34 अंक की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। हालांकि, पूरे सप्ताह की यदि बात करें तो सेंसेक्स में छह साल की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई। कमजोर विदेशी संकेतों और स्तर पर प्रमुख बैंकों के खराब तिमाही नतीजों के चलते बाजार में यह गिरावट देखने को मिली। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी दोनों ही जुलाई, 2009 के बाद सबसे तेज साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुए। सप्ताह के दौरान जहां सेंसेक्स 1,630.85 अंक टूटा, वहीं निफ्टी में 508.15 अंक की गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार में लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक नीचे आ गया।
शेयर बाजार में साल की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपए डूबे
वित्त मंत्री ने बढ़ाया भरोसा
इस बीच, शेयर बाजार में आई तेज गिरावट के लिये वैश्विक कारकों को जिम्मेदार ठहराते हुये वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है और निवेशकों को निवेश करते समय देश की अर्थव्यवस्था में निहित ताकत को ध्यान में रखना चाहिए। आज के कारोबारी सत्र में सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और 23,000 का अहम स्तर हासिल करते हुए दिन के उच्च स्तर 23,161 अंक पर पहुंच गया।
Yellen Effect: भारतीय बाजार एक साल के निचले स्तर पर, सेंसेक्स 807 और निफ्टी 239 अंक टूटकर बंद
7000 के अहम स्तर तक पहुंचा निफ्टी
हालांकि, मुनाफा वसूली के चलते ऊपरी स्तर पर कुछ गिरावट देखने को मिली। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 34.29 अंक ऊपर 22,986.12 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी ने भी उतार चढ़ाव भरे कारोबार में 7,000 का अहम स्तर छुआ, लेकिन अंत में4.60 अंक की मामूली बढ़त के साथ 6,980.95 अंक पर बंद हुआ।