नई दिल्ली। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास और अन्य दो अधिकारी भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन पद की दौड़ में शामिल हैं। मौजूदा सेबी प्रमुख यूके सिन्हा का विस्तारित कार्यकाल अगले साल के शुरू में पूरा हो रहा है।
सेबी प्रमुख के चयन की प्रक्रिया सितंबर में शुरू हुई है। सरकार को इसके लिए कई आवेदन मिले हैं। सिन्हा का कार्यकाल अगले साल एक मार्च को पूरा हो रहा है। वह फरवरी, 2011 से इस पद पर हैं।
- सूत्रों ने बताया कि अन्य लोगों के अलावा तीन वरिष्ठ अधिकारी इस पद के लिए दौड़ में हैं।
- दास के अलावा बिजली सचिव पी के पुजारी और वित्त मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अजय त्यागी भी सेबी प्रमुख की दौड़ में बताए जाते हैं।
- दास सरकार के आर्थिक नीति निर्णयों में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं।
- हाल के नोटबंदी के फैसले के बाद मुद्दों को देखने में उनकी प्रमुख भूमिका रही है।
- वह पहले ही सरकार की ओर से सेबी बोर्ड में मनोनीत हैं। दास तमिलनाडु कैडर के अधिकारी हैं।
- इसके अलावा वह रिजर्व बैंक के बोर्ड में भी हैं।
- आर्थिक मामलों के विभाग अतिरिक्त सचिव (निवेश) त्यागी अन्य चीजों के अलावा पूंजी बाजार के मामले देखते हैं।
- वह हिमाचल प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। त्यागी कुछ समय के लिए रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल में भी रहे थे।
- पुजारी गुजरात कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। वह कृषि और वित्त मंत्रालयों में भी रह चुके हैं।
- इस बारे में अंतिम फैसला सरकार द्वारा वित्तीय क्षेत्र नियामकीय नियुक्ति खोज समिति की सिफारिश के आधार पर किया जाएगा।
- समिति ने छांटे गए उम्मीदवरों का साक्षात्कार लिया है।
- सेबी के चेयरमैन की नियुक्ति पांच साल या 65 साल की उम्र पूरी होने, जो भी पहले हो, तक की जाती है।
- सेबी चेयरमैन की पुन: नियुक्ति भी की जा सकती है।