नई दिल्ली। गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) फोर्टिस हेल्थकेयर और रेलिगेयर एंटरप्राइजेज की कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच करने जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, दोनों कंपनियों के खिलाफ SFIO जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय इन कंपनियों में वित्तीय अनियमितता की रिपोर्ट्स सामने आने के बाद से इस मामले पर नजर रखे हुए है।
इस बारे में रेलिगेयर के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को अभी ऐसी किसी जांच के संबंध में किसी सरकारी एजेंसी से किसी तरह की कोई सूचना नहीं मिली है। उसने एक बयान में कहा कि हमें कंपनी के खिलाफ ऐसी किसी भी जांच के बारे में मालूम नहीं है। फोर्टिस हेल्थकेयर ने इस बारे में पूछे गए सवालों का अबतक जवाब नहीं दिया है।
फोर्टिस के खिलाफ बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) पहले ही जांच शुरू कर चुका है। फोर्टिस ने शनिवार को शेयर बाजार को इसकी सूचना दी थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रवर्तकों- मलविंदर सिंह और शिविंदर सिंह ने कंपनी के निदेशक मंडल की मंजूरी के बिना ही कंपनी से कम से कम 7.8 करोड़ डॉलर की रकम हथिया ली। फोर्टिस ने शनिवार को शेयर बाजारों को अवगत कराया कि SEBI ने उसके खिलाफ जांच शुरू की है। कंपनी ने बताया कि उससे इस मामले में सूचनाएं व दस्तावेज 26 तारीख तक पेश करने को कहा गया है।