नई दिल्ली। गंभीर अपराध अन्वेषण कार्यालय (एसएफआईओ) ने सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा समूह की 15 अन्य कंपनियों के खिलाफ कथित अनियमितता की जांच शुरू की है। सीजी पावर ने बीएसई को बुधवार को बताया कि कंपनी को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के एसएफआईओ के संयुक्त निदेशक (जांच) का एक पत्र मिला है। उसमें बताया गया है कि केंद्र सरकार ने एसएफआईओ कंपनी तथा समूह की 15 अन्य कंपनियों के मामले की जांच का आदेश दिया है।
उक्त एसएफआईओ जांच शुरू हो गयी है। कंपनी ने कहा कि वह जांच में एसएफआईओ के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि सीजी पावर तथा समूह की अन्य कंपनियां कंपनी संचालन व वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों से जूझ रही हैं। कंपनी ने अगस्त में कहा था कि निदेशक मंडल की जांच में कंपनी संचालन व वित्तीय गड़बड़ी का पता चला है।
सूत्रों ने इससे पहले बताया था कि कंपनी मामलों के मंत्रालय ने एनसीएलटी की मुंबई पीठ के समक्ष याचिका दायर कर सीजी पावर और इसकी सहयोगी इकाइयों के 2014-15 से पांच सालों के वित्तीय परिणामों की समीक्षा करने और एकाउंट्स बुक को दोबारा खोलने की अनुमति मांगी है।
कंपनी ने अगस्त में कहा था कि उसके बोर्ड द्वारा की गई जांच में गंभीर कंपनी संचालन और वित्तीय गड़बड़ियां पाई गई हैं। कंपनी की कुछ संपत्तियों को बंधक बनाकर ऋण लिया गया और उस धन को कंपनी के कार्यकारियों के खाते में हस्तांतरित किया गया। कंपनी के गैर-कार्यकारी चेयरमैन गौतम थापर को 29 अगस्त को बोर्ड से बाहर कर दिया गया।