नई दिल्ली। साल 2020 में भारतीय शेयर बाजार ने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर छू लिए हैं और बाजार लगातार नए रिकॉर्ड स्तर भी बना रहा है, हालांकि बाजार के जानकार मान रहे हैं कि बाजार अभी इससे भी ऊपर के स्तरों तक पहुंच सकता है। फ्रांस की ब्रोकरेज कंपनी बीएनपी परिबा ने मंगलवार को कहा कि बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2021 के अंत तक करीब नौ प्रतिशत बढ़कर 50,500 अंक पर पहुंच जाएगा। फिलहाल सेंसेक्स 46300 के स्तर से नीचे है। ब्रोकरेज कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में लगातार बढ़त देखने को मिल रही है, इस वजह से शेयर बाजार को भी काफी मदद मिल रही है। हालांकि, बीएनपी परिबा का ये भी मानना है कि भारत की शहरी आय में कमी, लगातार ऊंची मुद्रास्फीति तथा बैंकों के बही-खातों की ‘सवालिया गुणवत्ता’ देश के लिए चिंता के विषय है।
कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती दिनों में भारतीय बाजारों में 30 प्रतिशत की गिरावट आई थी, लेकिन उसके बाद बाजारों की स्थिति में जोरदार सुधार दर्ज हुआ है। शेयर बाजार इस साल अप्रैल से करीब 70 प्रतिशत चढ़ चुके हैं। आलोचकों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर बहुत अधिक तरलता उपलब्ध होने की वजह से भारतीय बाजार रिकॉर्ड बना रहे हैं, वहीं निवेशकों की राय है कि वे भारतीय अर्थव्यवस्था की दीर्घावधि की संभावनाओं के मद्देनजर इसपर दांव लगा रहे हैं। हालांकि, कुछ लोग सिर्फ चुनिंदा शेयरों पर अत्यधिक ध्यान दिए जाने को लेकर चिंतित है। बीएनपी परिबा के विश्लेषकों ने कहा कि जहां तक शेयरों के चयन का सवाल है तो भारत को दो तरीके से लाभ हो रहा है। बड़े शेयर और बड़े हो रहे हैं और अन्य एशियाई बाजारों की तुलना में यहां गुणवत्ता वाले शेयर बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं। ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि भारत में आर्थिक रिगकवरी की स्थिति काफी बेहतर है। अर्थव्यवस्था से जुड़े संकेतक जैसे वाहनों की बिक्री, इस्पात और सीमेंट की खपत और रेलवे की ढुलाई आदि कोविड-19 पूर्व के स्तर के करीब है या फिर उससे ऊपर पहुंच रहे है। इससे भी निवेशकों का घरेलू अर्थव्यवस्था और बाजार को लेकर भरोसा बढ़ रहा है।