मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज के शुरूआती कारोबार में 176 अंक फिसलकर 25,000 और एनएसई निफ्टी 59.40 अंक टूटकर 7,600 के स्तर से नीचे आ गया। ऐसा अक्टूबर के औद्योगिक आंकड़े में जोरदार तेजी के बावजूद निवेशकों की ओर से बिकवाली बढ़ने के कारण हुआ। गुड्स एंड सर्विस टैक्स विधेयक संबंधी चिंता और अन्य एशियाई बाजारों में नरमी के रुझान से बाजार का रूख प्रभावित हुआ। इसके अलावा आज दिन में जारी होने वाले नवंबर के थोक और खुदरा महंगाई के आंकड़ों के मद्देनजर भी बाजार सतर्क रहा।
गिरावट के बाद बाजार में लौटी खरीदारी
शुरुआती गिरावट के बाद बाजार में रिकवरी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स 58 अंकों की बढ़त के साथ 25,102 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 22 अंक चढ़कर 7636 के स्तर पर पहुंच गया है। सबसे ज्यादा तेजी डेन नेटवर्कस लिमिटेड में 6 फीसदी, मणप्पुरम फाइनेंस में 4 फीसदी, जेएसडब्ल्यू स्टील में 3.77 फीसदी और वक्रांगी के शेयर में 3.52 फीसदी बढ़त देखने को मिल रही है।
आईआईपी के अच्छे आंकड़ों से मिला सहारा
एक्सपर्ट के मुताबिक ग्लोबल मार्केट में क्रूड कीमतों में गिरावट के कारण एनर्जी स्टॉक्स में भारी गिरावट आई है। जिसका असर इक्विटी मार्केट पर भी देखने को मिल रहा है। हालांकि घरेलू मार्केट के लिए आईआईपी के बेहतर आंकड़े कुछ सहारा देने का काम कर सकते है। ऐसे माहौल में इन्वेस्टर्स इन चुनिंदा स्टॉक्स पर दांव लगाकर मुनाफा कमा सकते है। पिछले 9 महीने के दौरान शेयर बाजार 5,000 अंक से ज्यादा टूट चुका है। इसके कारण बाजार का मार्केट कैप 105 लाख करोड़ से घटकर 95 लाख करोड़ के आसपास रह गया है। यानी निवेशकों को 10 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है।