नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार पर बजट 2016 का असर पॉजीटिव हुआ है। बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को 777.35 अंक की तेजी के साथ 23,779.35 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में एक दिन में इतीन अधिक तेजी मई 2009 के बाद पहली बार दर्ज की गई है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी भी 235.25 अंक की वृद्धि के साथ 7,222.30 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में स्पष्ट कर दिया कि वित्त वर्ष 2016-17 में सरकार राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को जीडीपी के 3.5 फीसदी पर रखेगी। इससे यह उम्मीद बंधी है कि रिजर्व बैंक निजी निवेश और वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए ब्याज दरों में और कटौती कर सकता है। एशिया और यूरोप के ज्यादातर बाजारों में मजबूती का रुख रहा। इससे वैश्विक संकेतक सकारात्मक बने रहे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 7,200 अंक के आंकड़े पर पहुंचा। इससे भी धारणा को बल मिला। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 777.35 अंक या 3.38 फीसदी के लाभ के साथ 23,779.35 अंक पर पर पहुंच गया। यह सेंसेक्स की 18 मई, 2009 के बाद एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है। उस दिन सेंसेक्स ने 2,110.79 अंक की छलांग लगाई थी। कल उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 152.30 अंक टूटा था।
रुपया आज दिन में कारोबार के दौरान 67.95 प्रति डॉलर पर मजबूत चल रहा था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 27 लाभ में रहे। आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प, अडानी पोर्ट्स, गेल और टाटा मोटर्स लाभ में रहे। वहीं ओएनजीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और डॉ रेड्डीज लैब में नुकसान रहा।
सेक्टर्स की बात करें तो बाजार की इस तेजी में सभी इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा खरीदारी IT, तेल-गैस, मेटल, कैपिटल गुड्स, बैंक और ऑटो शेयरों में देखने को मिल रही है। शेयरों के लिहाज से बात करें तो आईटीसी में 9.86फीसदी मारुति में 7.97 फीसदी, हीरोमोटो कॉर्प में 7.20 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 7 फीसदी और वेदांता में 6.09 फीसदी का उछाल देखने को मिल रहा है।
बाजार की इस तेजी में भी जो दिग्गज शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं उनमें ओएनजीसी, डॉ रेड्डी, हिंदुस्तान लीवर और एचडीएफसी शामिल हैं। एचडीएफसी में 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। शेष सभी शेयर चौथाई फीसदी की मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। बाजार में तेजी का मुख्य कारण सोमवार को पेश हुए आम बजट का असर है। एक्सपर्ट्स की माने तो बजट में राजकोषीय घाटे को काबू रखने की कोशिश को बाजार ने सराहा है और इससे आने वाले दिनों में ब्याज दरों में कटौती का रास्ता साफ होता दिखता है। साथ ही बाजार में बीते काफी दिनों से जारी गिरावट के बाद निचले स्तर पर खरीदारी देखने को मिल रही है।