मुंबई। सेबी द्वारा पी-नोर्स जारी करने के नियम कड़े किए जाने से पूंजी का प्रवाह प्रभावित होने और अप्रैल में मुद्रास्फीति बढ़ने से रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में बदलाव न करने की आशंका के बीच बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 300.65 अंक की गिरावट के साथ 25,489.57 अंक पर आ गया।
सप्ताह के आखिरी दिन बाजार में गिरावट रही क्योंकि दो वृहद आर्थिक आंकड़ों से इस बात की संभावना बढ़ी है कि रिजर्व बैंक ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगा। इससे एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक में जोरदार गिरावट आई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिनभर नकारात्मक दायरे में रहा और एक समय 25,400.27 अंक के निचले स्तर तक चला गया। अंत में यह 300.65 अंक या 1.17 फीसदी के नुकसान से 25,489.57 अंक पर आ गया। यह 6 मई के बाद इसका निचला स्तर है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 85.50 अंक या 1.08 फीसदी के नुकसान से 7,900 अंक से नीचे 7,814.90 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 7,784.20 से 7,881 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 नुकसान में रहे। भेल, एचडीएफसी, टाटा स्टील, एलएंडटी, गेल, भारती एयरटेल, ल्यूपिन, हीरो मोटोकॉर्प, टीसीएस, एमएंडएम, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, बजाज ऑटो और सनफार्मा के शेयरों में गिरावट रही। यूको बैंक का शेयर 5.94 फीसदी टूटकर 34.05 रुपए पर आ गया।