मुंबई। सेंसेक्स के पहली बार 30,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद होने के बीच बंबई स्टॉक एस्सचेंज (BSE) ने निवेशकों को आगाह किया है कि वे ज्यादा उत्साहित न हों और कम मूल्य वाले छोटे-मोटे शेयरों में निवेश करने से बचें।
बीएसई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) आशीष चौहान ने निवेशकों से अपील की है कि वे अच्छी कंपनियों में ही निवेश करें या बाजारों में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड की राह पकड़ें। उल्लेखनीय है कि चौतरफा लिवाली समर्थन के चलते तीस कंपनियों के शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को 190.11 अंक चढ़कर 30,133.35 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 9,351.85 अंक पर बंद हुआ।
चौहान ने संवाददाताओं से कहा कि बीएसई का 30,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर पर पहुंचना बहुप्रतीक्षित उपलब्धि है। एफपीआई व स्थानीय संस्थागत निवेशकों से निवेश व मजबूत अर्थव्यवस्था के बल पर इसे हासिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एक्सचेंज के रूप में, हम निवेशकों को सलाह देते हैं वे 30,000 अंक के इस उत्साह में बहने से बचें। हम निवेशकों को सलाह देंगे कि वे छोटे-मोटे शेयरों में निवेश न करें।
चौहान ने कहा कि वैश्विक बाजार जहां बीते कुछ दिनों में तेजी से ऊपर चढ़े, वहीं हमारे बाजार थमे रहे लेकिन गति पकड़ी और अच्छा प्रदर्शन कर रहे बाजार बने रहे। रुपए का निष्पादन भी अच्छा रहा है।