नई दिल्ली। दिल्ली और आगरा के बीच सेमी-हाई स्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस को रेलवे पायलेट आधार पर एक साल के लिए चलाएगी। इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे होगी और यह 200 किलोमीटर की दूरी तकरीबन 105 मिनट में पूरी करेगी। यह फैसला कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) द्वारा इस ट्रेन के लिए शसर्त मंजूरी देने के बाद आया है। रेलवे बोर्ड द्वारा नॉर्दन रेलवे और नॉर्थ सेंट्रल रेलवे को लिखे पत्र में कहा गया है कि गतिमान एक्सप्रेस के 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से एक साल चलने के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी और इसके आधार पर इसे आगे चलाने की अनुमति देने पर विचार किया जाएगा। पत्र में कहा गया है कि ट्रेन शुरू होने की तारीख से एक साल तक के लिए इस ट्रेन को चलाने की अनुमति दी गई है।
रेलवे अब इस बहुप्रतीक्षित सेमी हाई स्पीड ट्रेन को चलाने की तारीख जल्द घोषित करेगा। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीआरएस मंजूरी मिलने के बाद अब जल्द ही गतिमान एक्सप्रेस को चलाने की तारीख की घोषणा की जाएगी। 5400 एचपी इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव और 12 मॉडर्न कोच के साथ पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन को अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलाया जाएगा। दिल्ली और आगरा के बीच शताब्दी से यात्रा का समय 120 मिनट है, गतिमान एक्सप्रेस से इस यात्रा का समय घटकर 105 मिनट रह जाएगा।
गतिमान एक्सप्रेस का किराया शताब्दी की तुलना में 25 फीसदी अधिक होगा। इससे पहले सीआरएस ने मौजूदा ट्रैक पर पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन को चलाने पर कुछ सवाल उठाए थे। अधिकारी ने कहा कि रेलवे ने सीआरएस की सभी चिंताओं का समाधान कर लिया गया है और दिल्ली-आगरा रूट के बीच दुर्घटना संबंधित क्षेत्र में कंटीली फेंसिंग कर दी गई है।