वॉशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने आज कहा कि भारत में अब नोटबंदी का असर समाप्त होने के संकेत दिखाई पड़ने लगे हैं। इसके साथ ही उसने अप्रचलित नोटों की जगह पर नई मुद्रा तेजी से प्रचलन में लाने पर जोर दिया है ताकि लेन-देन बढ़े।
आईएमएफ के उप निदेशक एशिया व प्रशांत विभाग केनेथ कांग ने कहा कि हमें इस बात के संकेत दिख रहे हैं कि नोटबंदी का असर समाप्त हो गया है। कुछ अनुमानों के अनुसार लगभग 75 प्रतिशत नकदी बदल दी गई है। औद्योगिक उत्पाद व पीएमआई के ताजा सूचकांक भी काफी अच्छे रहे।
कांग ने कहा कि यह संगठन अवैध वित्तीय लेनदेन के खिलाफ भारत सरकार के प्रयासों का समर्थन करता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में नकदी बहुत महत्वपूर्ण पहलू है इसलिए नई मुद्रा को जल्द से जल्द परिचालन में लाना चाहिए इससे न केवल लेनदेन फिर से बढ़ेगा बल्कि आम परिवारों की क्रय शक्ति भी लौटेगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी आश्चर्यजनक कदम था।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी का विकास दर पर कुछ नकारात्मक असर पड़ा है लेकिन 2017 में इसके धीरे-धीरे समाप्त होने की उम्मीद है। 2017 में विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है और यह 2018 में बढ़कर 7.7 प्रतिशत रह सकती है।