नई दिल्ली। निवेशकों का 7,000 करोड़ रुपए निकालने के प्रयास के तहत भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अगले महीने पैनकार्ड क्लब्स की संपत्तियों तथा महंगे वाहनों की नीलामी करेगा। ये उन संपत्तियों से अलग हैं जिनकी नीलामी दिसंबर से मई के दौरान की गई हैं। इनका कुल आरक्षित मूल्य 3,000 करोड़ रुपए से अधिक है। आज दो अलग-अलग नोटिस में सेबी ने कहा कि एसबीआई कैपिटल मार्केट्स 27 जून को पैनकार्ड क्लब्स की 17 संपत्तियों तथा कंपनी के दिवंगत चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुधीर मोरावेकर की तीन संपत्तियों की नीलामी करेगा। इनका आरक्षित मूल्य 1,733 करोड़ रुपए है।
जिन संपत्तियों की नीलामी की जानी है उनमें चार सितारा होटल, रिजॉर्ट्स, भूखंड और कार्यालय स्थल शामिल हैं। ये संपत्तियां महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में हैं। इसके अलावा नियामक छह वाहनों की भी नीलामी करेगा। इन वाहनों में मर्सिडीज बेंज, टोयोटा इनोवा और हुंदै वेरना शामिल हैं। इन वाहनों की नीलामी आठ जून को की जाएगी और इनके लिए आरक्षित मूल्य 1.24 करोड़ रुपए रखा गया है।
सेबी ने सलाह दी है कि इनके लिए बोली लगाने वाले लोग स्वतंत्र रूप से इन संपत्तियों की प्रकृति, वर्गीकरण, मुकदमे, कुर्की, देनदारियों आदि के बारे में छानबीन करें।
सेबी ने फरवरी 2016 को कंपनी को गैरकानूनी सामूहिक निवेश योजनाओं (सीआईएस) के जरिये निवेशकों से जुटाए गए 7,000 करोड़ रुपए लौटाने का निर्देश दिया था। कंपनी ने इस आदेश का अनुपालन नहीं किया है। पैनकार्ड क्लब्स ने 2002-03 से 2013-14 के दौरान अपनी विभिन्न होलिडे योजनाओं के जरिए 51,55,516 निवेशकों से 7,035 करोड़ रुपए जुटाए थे।