नई दिल्ली। बाजार नियामक सेबी के निदेशक मंडल की बैठक 10 फरवरी को होगी, जिसमें प्रतिभूति बाजार से जुड़े विभिन्न बजटीय प्रस्तावों पर चर्चा हो सकती है। इसके साथ ही बैठक में कॉरपोरेट गवर्नेंस पर कोटक समिति की सिफारिशों पर भी विचार- विमर्श किया जा सकता है। वित्त मंत्री अरुण जेटली आम बजट पेश करने के बाद होने वाली इस बैठक को परंपरागत तौर पर संबोधित करेंगे। जेटली उसी दिन भारतीय रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल की बैठक को भी संबोधित करेंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आम बजट 2018-19 के बाद सेबी के निदेशक मंडल की पहली बैठक 10 फरवरी को होगी, जिसमें विभिन्न बजट प्रस्तावों के साथ अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। जेटली विभिन्न बजट प्रस्तावों की जानकारी बैठक में देंगे। अधिकारी का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों में कंपनी संचालन व्यवहार के बारे में उदय कोटक समिति की सिफारिशों पर भी चर्चा की जा सकती है।
खुदरा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए धातु ईटीएफ को मिल सकती है मंजूरी
सेबी चांदी और प्लैटिनम जैसी धातुओं पर आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) को मंजूरी देने पर विचार कर रहा है। इसका उद्देश्य इस तरह की योजनाओं में खुदरा तथा संस्थागत निवेशकों की भागीदारी बढ़ाना है। वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
विदेशी बाजारों में ईटीएफ फंड इक्विटी, जिंस (कमोडिटी) और धातुओं पर आधारित है लेकिन भारत में ईटीएफ फंड सिर्फ इक्विटी और सोने पर आधारित है। अधिकारियों ने कहा कि सेबी की चांदी और प्लैटिनम जैसी धातुओं पर आधारित ईटीएफ को अनुमति देने की योजना है।
एसीएक्स रिसर्च के प्रमुख वी शुनमुगम ने कहा कि भारत जैसी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के बुनियादी ढांचा सृजन और मेक इन इंडिया जैसी पहलों के साथ जिंस संवेदनशील नीतिगत कदमों की ओर बढ़ने की संभावना है। धातु ईटीएफ की शुरुआत जिंस संवेदनशील अर्थव्यवस्थाओं की आर्थिक वृद्धि पर नजर रखने के लिए खुदरा और संस्थागत निवेशकों की पहुंच सुनिश्चित करेगा।