नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एयर इंडिया को मंजूरी दी है कि वो अंतरर्राष्ट्रीय उड़ानों में बीच की सीट बुक कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने ये छूट अगले 10 दिनों को लिए दी है। दरअसल हाई कोर्ट ने सवाल पूछा था कि एयर इंडिया सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के हिसाब से दो लोगों के बीच दूरी बनाने के लिए बीच की सीट खाली क्यों नहीं छोड़ रही। इसके बाद केंद्र और एयर इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसपर आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया।
सोमवार को मुख्य न्यायाधीश ने फैसला लेते हुए कहा कि एयर इंडिया नॉन शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अगले 10 दिनों तक बीच की सीट बुक कर सकती है। देश में फिलहाल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगी हुई है। हालांकि दूसरे देशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए एयर इंडिया लगातार विशेष नॉन शेड्यूल उड़ाने भर रही हैं। इसी उड़ान के दौरान एक पायलट ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर शिकायत की थी कि एयरलाइंस सरकारी नियमों का पालन नहीं कर रही है जिसके मुताबिक दो यात्रियों के बीच में दूरी बनाए रखने के लिए बीच की सीट को खाली छोड़ा जाना चाहिए। इसके लिए उन्होने 23 मार्च को जारी हुए सर्कुलर का हवाला दिया।
इस पर हाई कोर्ट में एयरलाइंस ने 23 मई के सर्कुलर का हवाला दिया जिसके मुताबिक ऐसा कोई नियम नहीं रखा गया है। हालांकि हाई कोर्ट ने साफ किया कि ये सर्कुलर घरेलू हवाई यात्राओं को शुरू करने से संबंधित है न कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से संबंधित, इस पर केंद्र और एयर इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी जिस पर आज एयर इंडिया को 10 दिन की राहत दी गई है।