नई दिल्ली| केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत आने वाले भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आईआईएचआर), बेंगलुरू के बीज पोर्टल का भारतीय स्टेट बैंक के योनो कृषि एप के साथ एकीकरण का बुधवार को लोकार्पण किया। इस मौके पर भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष रजनीश कुमार भी मौजूद थे। दोनों एप के एकीकरण से देश के किसान अब डिजिटल माध्यम से बीज की खरीद से लेकर तमाम सरकारी योजनाओं तथा बैंक की सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री तोमर ने देश के विकास में कृषि के महत्व और किसानों के परिश्रम का जिक्र करते हुए उनकी आमदनी दोगुनी करने के भारत सरकार के लक्ष्य को दोहराया। उन्होंने देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कृषि का योगदान बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। तोमर ने कहा, बागवानी का कृषि क्षेत्र में 32 प्रतिशत योगदान हैं, जिसे बढ़ाने की जरूरत है। बागवानी में किसानों को उनके उत्पादों का वाजिब मूल्य मिलने की पूरी उम्मीद रहती है, अच्छा उत्पादन कर किसान अपनी माली हालत सुधारने में सफल हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों का हक कोई नहीं मार पाए, इसलिए सरकार डिजीटलीकरण पर जोर दे रही है, जिससे कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने दोनों एप के एकीकरण को लेकर कृषि मंत्री तोमर का आभार जताते हुए कहा कि किसानों के डिजिटलीकरण की दिशा में यह एक बड़ी पहल है। उन्होंने कहा, योनो कृषि एप हिंदी व अंग्रेजी के अलावा दस क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध है, जिसमें कृषि मंडी व कृषि मित्रा सहित कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। बैंक के लाखों किसान ग्राहक हैं, इनके अलावा भी देश के किसान घर बैठे इन सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट फोन नहीं होने पर बैंक शाखा में जाकर भी सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है। एप के उपयोग पर कोई सुविधा शुल्क भी नहीं है। आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा और उप महानिदेशक डॉ. आनंद कुमार सिंह के अलावा आईआईएचआर के निदेशक डॉ. एम.आर. दिनेश ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।