नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के जिन ग्राहकों के डेबिट कार्ड की जानकारी लीक होने का अंदेशा है, उन्हें नए कार्ड जारी किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मालवेयर वायरस के चलते व्हाइट लेवल ATM से लाखों ATM कार्ड की जानकारी लीक होने के कारण SBI ने अपने 6 लाख ग्राहकों के ATM कार्ड ब्लॉक कर दिए थे। इसे बैंकिंग सेक्टर में अब तक की सबसे बड़ी सुरक्षा चूक माना जा रहा है। बैंक अपने ऐसे लगभग 6 लाख ग्राहकों को जल्द ही नए डेबिट कार्ड जारी करेगा।
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पहली बार इतने बड़े पैमाने पर हो रही है डेबिट कार्ड्स की रिप्लेसमेंट
- देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब बैंकिंग सेक्टर में इतने बड़े पैमाने पर डेबिट कार्ड्स रिप्लेस किए जा रहे हैं।
- कुल मिला कर 6.29 लाख डेबिट कार्ड्स ग्राहकों को भेजे जा रहे हैं।
तस्वीरों से समझिए असली और नकली नोटों में अंतर
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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कॉर्पोरेट स्ट्रैटजी ऐंड न्यू बिजनेस के डिप्टी एमडी मंजू अग्रवाल ने कहा
26 अक्टूबर तक ब्लॉक किए गए कुल कार्ड्स के 95 फीसदी को जारी किया जा चुका है। बाकी कार्ड्स के लिए ग्राहकों की जानकारी जुटा रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह संबंधित शाखा में अपनी जानकारी नहीं दे पाए हैं।
ब्रांच में जानकारी देकर ले सकते हैं नया कार्ड
- मंजू अग्रवाल ने कहा, ‘ऐसे ग्राहक सीधे ब्रांच में संपर्क कर सकते हैं और अपनी पूरी जानकारी देकर नया कार्ड ले सकते हैं।’
- उल्लेखनीय है कि लीक जानकारी मामलेे में SBI के अलावा कई अन्य सरकारी एवं निजी बैंकों के 32 लाख से अधिक कार्ड्स प्रभावित हुए हैं।
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क्या है व्हाइट लेबल ATM
- गैर-बैंकिंग संस्था (NBFC) की तरफ लगाए गए और चलाए जाने वाले ATM को व्हाइट लेबल ATM कहते हैं।
- इन ATM मशीनों पर सारी सुविधाएं तो होती हैं लेकिन इन पर किसी बैंक का लेबल नहीं लगा होता है।