मुंबई। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टार्टअप को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए 200 करोड़ रुपए के कोष की स्थापना की है। एसबीआई की अध्यक्ष अरुंधती भट्टाचार्य ने कहा, यह फंड भारत में रजिस्टर्ड कंपनी को प्रोत्साहन देने के लिए तीन करोड़ रुपए तक की सहायता देने पर विचार करेगा। यह सहायता उन कंपनियों को दी जाएगी जो कि बैंकिंग और संबंधित टेक्नोलॉजी इनफार्मेशन का इस्तेमाल करते हुए अपने व्यवसाय में इनोवेशन को बढ़ावा देंगे।
स्टार्टअप के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने पर जोर
भट्टाचार्य ने कहा कि इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इनोवेशन स्टार्ट-अप फंड की राशि 200 करोड़ रुपए की होगी। यह घोषणा केंद्र सरकार के स्टार्टअप के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने पर जोर देने के मद्देनजर हुई है। बैंकिंग क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव के बीच ज्यादातर वित्तीय संस्थानों ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी सेक्टर में स्टार्टअप पहचान की प्रक्रिया बढ़ाई है। भट्टाचार्य ने कहा कि बैंक ने स्टार्ट-अप की मदद के लिए एक संरक्षण दल भी बनाया है। इससे प्रगति रिपोर्ट बनाने, इसकी निगरानी तथा मदद और उद्यमों के कोष के उपयोग में मदद मिलेगी।
पेटेंट कार्यालय ने स्टार्टअप के लिए दिशा निर्देश जारी किए
भारतीय पेटेंट कार्यालय (आईपीओ) ने स्टार्टअप द्वारा पेटेंट, डिजाइन व ट्रेडमार्क के लिए आवेदन दाखिल करने व इसकी प्रक्रिया के बारे में दिशा निर्देश जारी किए हैं। इस कदम का उद्देश्य नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करना और तथा इनोवेशन को बढ़ावा देना है। पेटेंट, डिजाइन एवं ट्रेड मार्क महानियंत्रक ने एक सार्वजनिक सूचना में कहा है कि किसी खोज के लिए पेटेंट आवेदन दाखिल करने के इच्छुक स्टार्टअप को एक सहायक (फेसिलिटेटर) को चुनना होगा जो कि आवेदन आदि तैयार करने में मदद करेगा।