मुंबई। किंगफिशर लोन डिफॉल्ट मामले में एसबीआई ने विजय माल्या की गिरफ्तारी की मांग की है। एसबीआई ने कर्ज नहीं चुकाने को लेकर यूबी ग्रुप के कर्ताधर्ता विजय माल्या के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल का रुख किया और माल्या की गिरफ्तारी तथा उनका पासपोर्ट जब्त करने को कहा है। माल्या पर 17 बैंकों का 7000 करोड़ रुपए से अधिक बकाया है।
पासपोर्ट जब्त और गिरफ्तारी की मांग
किंगफिशर एयरलाइन्स को कर्ज देने वाले 17 कर्जदाताओं के संघ की अगुवाई करने वाले भारतीय स्टेट बैंक ने एयरलाइन के अध्यक्ष माल्या से कर्ज की भरपाई के लिए उनके खिलाफ बेंगलुरू में न्यायाधिकरण का दरवाजा खटखटाया। सूत्रों के अनुसार एसबीआई ने बेंगलूर में डीआरटी में चार आवेदन दाखिल किए हैं जिसमें माल्या का पासपोर्ट जब्त करने, उन्हें गिरफ्तार करने आदि की मांग की गई है।
सीबीआई ने बैंकों की आलोचना की
सीबीआई ने आगाह किया कि बड़े कर्जदारों द्वारा कर्ज नहीं चुकाए जाने से कानून में आम लोगों का भरोसा टूटेगा। इसके साथ ही सीबीआई ने बैंकोंं की इस बात के लिए आलोचना की है कि वे किंगफिशर एयरलाइंस धोखाधड़ी मामले में शिकायत करने आगे नहीं आए। सीबीआई का कहना है कि उनकी देरी के कारण कंपनी को धन इधर उधर करने तथा सबूत मिटाने में मदद मिली। सीबीआई के निदेशक अनिल सिन्हा ने यहां बैंकरों के सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा, लोगों में यह संदेश गया है कि धनी व शक्तिशाली लोग धोखाधड़ी व घोटाला कर बचने में सक्षम हैं, जबकि आम नागरिकों को तत्काल पकड़ लिया जाता है। इससे कानून के प्रति लोगों का भरोसा कमजोर होता है जो कि किसी भी लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।