Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. SBI का अनुमान: नोटबंदी के बाद ढाई लाख करोड़ रुपए बैंकिंग सिस्टम में नहीं लौटेंगे

SBI का अनुमान: नोटबंदी के बाद ढाई लाख करोड़ रुपए बैंकिंग सिस्टम में नहीं लौटेंगे

SBI का अनुमान है कि नोटबंदी के बाद करीब 2.5 लाख करोड़ रुपए सिस्टम में वापस नहीं आएंगे। सरकार ने 8 नवंबर को 500-1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद कर दिया है।

Ankit Tyagi
Updated on: December 03, 2016 10:44 IST
SBI का अनुमान: नोटबंदी के बाद ढाई लाख करोड़ रुपए बैंकिंग सिस्टम में नहीं लौटेंगे- India TV Paisa
SBI का अनुमान: नोटबंदी के बाद ढाई लाख करोड़ रुपए बैंकिंग सिस्टम में नहीं लौटेंगे

नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का अनुमान है कि नोटबंदी के बाद करीब 2.5 लाख करोड़ रुपए बैंकिंग प्रणाली में वापस नहीं आएंगे। सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे अर्थव्यवस्था से करीब 14 लाख करोड़ रुपए की मुद्रा बाहर निकल गई।

SBI लाइफ इंश्‍योरेंस का IPO आ सकता है अगले साल, बढ़ रहा है कंपनी का कारोबार

SBI ने जारी की नई रिपोर्ट

  • एसबीआई के आर्थिक अनुसंधान विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब ढाई लाख करोड़ रुपए बैंकिंग प्रणाली में नहीं लौटेंगे।
  • एसबीआई के विश्लेषण के अनुसार 14.18 लाख करोड़ रुपए की मुद्रा के अनुमान (बैंकों के पास मौजूद नकदी को छोड़कर) मार्च, 2016 के आंकड़ों पर आधारित है।

नोटबंदी: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 27 वरिष्ठ अधिकारी निलंबित

10-27 नवंबर के बीच जारी आंकड़ों पर आधारित है रिपोर्ट

  • रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 से 27 नवंबर तक बैंकों में 8.44 लाख करोड़ रुपए जमा किए गए और बदले गए।
  • इन अनुमानों के आधार पर बैंकिंग प्रणाली में 13 लाख करोड़ रुपये आने की संभावना है।
  • यह नोटबंदी के एक दिन बाद 9 नवंबर के आंकड़ों पर आधारित होना चाहिए।
  • एसबीआई ने कहा कि 9 नवंबर के आंकड़ों के अनुसार बड़ी मूल्य की मुद्रा के बंद किए गए नोट 15.44 लाख करोड़ रुपए होने चाहिए।
  • इसमें बैंकों के पास मौजूद नकदी शामिल नहीं है।
  • यह मार्च के आंकड़ों से 1.26 लाख करोड़ रुपये अधिक है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement