नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने दिवाली से पहले अपने खाताधारकों को बड़ा तोहफा दिया है। SBI ने बचत खातों में मासिक औसत बैलेंस की लिमिट को घटाया है। अब खाताधारकों को पैनल्टी से बचने के लिए पहले की तरह अपने खातों में ज्यादा पैसे रखने की जररूरत नहीं है। इतना ही नहीं SBI ने पेंशनर्स खाते, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए खोले गए खाते, और कम उम्र के ग्राहकों (नाबालिगों) के खातों को मासिक औसत बैलेंस के नियम से बाहर कर दिया है। जनधन खाते पहले ही इस नियम से बाहर हैं
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SBI की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक मेट्रो शहरों के बचत खातों में पहली अक्टूबर से कम से कम 3,000 रुपए का बैलेंस रखना जरूरी होगा, अबतक यह लिमिट 5,000 रुपए है। मेट्रो शहरों के अलावा दूसरे शहरों में मासिक औसत बैलेंस की लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इन खातों के लिए यह लिमिट 3,000 रुपए बनी रहेगी।
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सेमी अर्बन और ग्राणीण इलाकों में भी मासिक औसत बैलेंस के नियम में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है और इन इलाकों में मौजूदा लिमिट लागू रहेगी। सेमी अर्बन इलाकों के SBI के बचत खातों में कम से कम 2,000 रुपए और ग्रामीण इलाकों में 1,000 रुपए रखना जरूरी है।